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मध्य प्रदेश

शहर में अभी से उपजा जल संकट, सब इंजीनियर के घर फोड़े मटके

Posted at: Mar 25 2019 1:36AM
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शिवपुरी। सिंध जलावर्धन योजना क्रियान्वित होने का नाम नहीं ले रही है। 10 वर्ष की अवधि गुजर जाने के बाद भी नेता और अधिकारी सिर्फ तारीख पर तारीख दे रहे हैं। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आश्वासन दिया है कि मई के प्रथम सप्ताह तक सिंध का पानी घर घर में पहुंच जाएगा, लेकिन यह आश्वसन भी कार्य की जैसी गति है उस हिसाब से पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। शिवपुरी में कई वार्डों में पेयजल का संकट गहरा गया है और पानी को लेकर संघर्ष भी शुरू हो गया है। कल फिजिकल रोड श्रीबिहार कॉलोनी में जलसंकट से परेशान निवासियों ने सब इंजीनियर के घर पहुंचकर मटके फोड़े और एक पंप अटैण्डर को पीट भी दिया। करौंदी संपबैल से चार दिन से घरों में पानी की सप्लाई बंद है जिससे नागरिकों में आक्रोश गहरा रहा है। करौंदी संपबैल से अलग-अलग दिनों में क्षेत्रवार पानी की सप्लाई होती है।

शनिवार को करौंदी कॉलोनी, वन विहार कॉलोनी सहित आसपास के क्षेत्रों में पानी की सप्लाई होनी थी, लेकिन जब पानी नहीं आया तो गुस्साए कॉलोनीवासी सब इंजीनियर करारे के निवास पर पहुंच गए। यहां पहुंचकर कॉलोनीवासियों ने मटके फोड़े और आक्रोशित निवासियों ने सब इंजीनियर से यहां तक कह दिया कि यदि वह काम नहीं कर पा रहे हैं तो इस्तीफा दे दें। चार दिन से पानी से परेशान लोगों ने पंप अटैंडर की पिटाई कर दी। पंप अटैण्डर पार्षद का रिश्तेदार बताया जाता है और वह लाइन खुलने में अपनी मनमर्जी चलाता है। वहीं सिंध की सप्लाई बंद होने से गांधी पार्क की पानी की टंकी, करौंदी संपबैल, कमलागंज की टंकी भर नहीं पा रही हैं। जिसके चलते उन इलाकों में जहां इन पानी की टंकियों से पेयजल सप्लाई होता है, जल संकट गहरा रहा है। टयूबवैलों में भी जलस्तर नीचे जाने लगा है और कई टयूबवैल दम तोड़ चुके हैं। नपा सूत्र बताते हैं कि शहर के 650 से अधिक नलकूपों में अभी से 200 से अधिक नलकूपों में पानी कम हो गया है और ऐसे में आने वाले दिनों में यह नलकूप पानी देना बंद कर देंगे। 

पार्षदों की घेराबंदी हुई शुरू
जलसंकट गहराने से पार्षदों की घेराबंदी भी शुरू हो गई है और जलसंकट से प्रभावित लोग पार्षदों के घरों तक पहुंचने लगे हैं। बहुत से पार्षद इससे किनारा करने लगे हैं। वार्ड 14 फतेहपुर में जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है। पार्षद मीना सुधीर आर्य का कहना है कि उनके वार्ड में 16 नलकूप हैं जिनमें से 2 बंद हो चुके हैं और शेष नलकूपों में भी बहुत कम पानी रह गया है और लोग पानी की समस्या को लेकर उनके घर आ रहे हैं। पार्षद विजय खन्ना का कहना है कि उनके वार्ड में 8 नलकूप हैं जिनमें पानी बहुत कम हो गया है अभी तक टैंकर चालू नहीं हुए हैं। पार्षद पति पप्पू गुप्ता का कहना है कि उनके वार्ड में जलसंकट गहरा रहा है, लेकिन नगरपालिका के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे।