Tuesday, 16 April, 2024
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हेल्‍थ

आंखों से झलकती है सुंदरता इनका रखें विशेष ध्यान इस तरह रखें आंखों का ख्याल

Posted at: Aug 11 2019 1:08AM
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इसके लिए ताजा हरी सब्जी, मछली, गाजर, अंडा, दूध, नीबू आदि का नियमित भोजन में समावेश और आंखों की साप्ताहिक विशेष धुलाई जरूरी है। सप्ताह में कम से कम एक दिन आंखों को गुनगुने पानी से बिना साबुन के साफ करना चाहिए। अगर सहन हो सके तो पानी में दो-चार बूंदें नीबू के रस की उपयोग करें तो लाभप्रद होगा। रात को सोते समय दही की मलाई या दूध की मलाई आंख पर रख लें। ककड़ी, खीरे के स्लाइस लगाकर रखना और बर्फ से सिंकाई करना भी आंखों के लिए लाभप्रद है। इस प्रयोग में गुलाब जल और शहद भी उपयोगी है। 

पलकों के बाल को झड़ने से रोकें- चमड़ी के सूखेपन की स्थिति में तिल के तेल या ग्लीसरीन का भी प्रयोग किया जाता है। कभी-कभी आंखों की पलकों के बाल गिरने लगते हैं। इस स्थिति के लिए चिंतित होने के बजाय इसका उपाय करना चाहिए। अरंडी के तेल, अंडे की पीली जर्दी और नीबू के रस की 3-4 बूंदें फेंटकर इसको लगाने से पंद्रह दिन के भीतर समस्या का निदान होता है। बालों का गिरना रुक जाता है और धीरे-धीरे नए बाल आने लगते हैं। इस उपचार काल में आंखों के काम जैसे-लिखना और पढ़ना कम से कम किया जाना चाहिए। 
 
भृकुटी के बिना नेत्र रचना अधूरी- भौं या भृकुटि के बिना नेत्र रचना अधूरी है। उसी प्रकार आंखों की सुंदरता में भी भौंहों का विशिष्ट स्थान है। भौं को अक्सर गोलाकार और कमानीदार बनाने के लिए प्राय: थ्रेडिंग, प्लकिंग, रिमूवर और रेजर का प्रयोग किया जाता है, जो सर्वथा गलत है। नेत्रों के अनुसार भौं को आकृति देने के निमित अनावश्यक बालों को हटाने के लिए यदि इन उपायों का अवलंबन किया जाता है तो उसके उपरांत उक्त स्थान पर दही, बेसन और नीबू के रस का लेपन करना चाहिए।
 
इससे उक्त स्थान पर बाल जल्दी-जल्दी नहीं आते। सर्वोत्तम विधि यह है कि नीबू और बेसन को हल्दी के साथ मिलाकर मिश्रण तैयार कर अनावश्यक बालों पर लेप करना चाहिए और दूसरे दिन प्रात: काल भाप लेकर खुरदरे नरम कपड़े से रगड़कर लेप छुड़ा लेना चाहिए। फिर नीबू-शहद और नमक का उक्त स्थान पर सावधानी से लेपन करना चाहिए। इसमें समय लगता है, लेकिन यह सुरक्षित और दीर्घकालिक उपाय है। भौं पर बाहर की ओर मालिश करना और रात्रि में तेल या ग्लीसरीन लगाने से भी बालों में चमक आती है। भौंहों के घनेपन के लिए और गहरे रंग के लिए अरंडी के तेल, गरी के तेल, शहद का मिश्रण लगाना या आईब्रो करना भी उपयुक्त है। इन उपायों से नेत्रद्वय की संपूर्ण सुंदरता में चार चांद लग जाएंगे।
 
मेकअप से दूरी व गुलाबजल का उपयोग- यदि आप आंखों का मेकअप करते हैं, तो आंखों में रूखेपन के दौरान आई मेकअप से दूरी बना लें। इसके अलावा, दिनभर का काम खत्म करने के बाद आप अपनी आंखों को आराम देने के लिए गुलाबजल का इस्तेमाल करें। कंप्यूटर पर लगातार काम करने से आपकी आंखें थक जाती हैं, इसके लिए आप गुलाबजल में कॉटन को भिगोकर अपनी आंखों के ऊपर 15 मिनट के लिए रख लें। ऐसा करने से आपकी आखों की ड्राईनेस दूर होगी। यदि आप रोजाना कंप्यूटर पर काम करते हैं, तो आप रोजाना अपनी आंखों की थकान मिटाने के लिए गुलाबजल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपकी आंखों की नमी को वापस पाने के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। 
 
पर्याप्त पानी और चीनी से दूरी- अध्ययनों के अनुसार, यदि आप आंखों के रूखेपन की समस्या से परेशान हैं, तो आप उस दौरान चीनी युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बना लें, यही आपके लिए बेहतर होगा। इसके अलावा, आप रोजाना 8-10 गिलास पानी जरूर पीएं। यदि आप ऐसा करते हैं, तो जल्द ही आपको इस समस्या से निजात मिलेगी।