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Posted at: Aug 25 2019 3:26PM
चेन्नई। भारत और रूस के बीच एक अगले माह उच्चस्तरीय बैठक में बहुप्रतीक्षित मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के महत्वपूर्ण उपकरणों की आपूर्ति को लेकर चर्चा होगी। यह उच्चस्तरीय बैठक चार से छह सितंबर के दौरान होने वाले इस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) के सम्मेलन के दौरान होगी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 2022 में अपना पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन गगनयान भेजने की योजना बनाई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक भारत इस मिशन में तीन से चार अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की योजना पर काम कर रहा है। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोसमोस की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक उसके निदेशक जनरल दिमित्रि रोगोजिन ने 21 अगस्त को मास्को में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच ईईएफ के दौरान होने वाली उच्चस्तरीय बैठक को लेकर चर्चा की। इसरो और ग्लावकोसमोस के बीच हुए समझौते के तहत चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को यूरी गागरिन अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
रोगोजिन और डोभाल ने गगनयान से जुड़े अन्य तकनीकी पक्षों पर भी चर्चा की। इसरो ने पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के लिए अंतरिक्ष यात्रियों के चयन में सहयोग, उनके मेडिकल परीक्षण और अंतरिक्ष प्रशिक्षण को लेकर रूसी कंपनी ग्लावकोसमोस के साथ समझौता किया है। गगनयान को लेकर भारत और रूस के बीच समझौते इस माह के अंत तक सहमति बन जाने की उम्मीद है।