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जालौन के कालपी में यमुना का कहर, कई गांव बाढ़ की चपेट में

Posted at: Sep 19 2019 1:13AM

जालौन। उत्तर प्रदेश कालपी में यमुना नदी का जलस्तर  खतरे के निशान से 04 मीटर  ऊपर पहुंचने से बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुई इलाकों का बुधवार को जिले की प्रभारी मंत्री नीलिमा कटियार ने दौरा किया और इस जलप्रलय में मारे गये लोगों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें शासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। यमुना में लगातार बढ़ते जलस्तर ने कई विकासखंड़ों के दर्जनों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। विकासखंड महेवा में  एक दर्जन गांव चारों ओर बाढ़ के पानी से घिरकर टापू बन गए हैं और प्रशासन ने  टापू बने इन  गांव के लोगों को  राहत शिविरों में ठहराया है,  वही रामपुरा विकासखंड में भी  कई गांव  बाढ़ की चपेट में  आ गए  जहां पर  एनडीआरएफ ,डीआरएफ और पीएसी के जवानों में बाढ़ में फंसे लोगों की जान बचाई लेकिन एक किशोर की पानी में डूबने से मौत भी हो गई ।
जिलाधिकारी जालौन डॉ मन्नान अख्तर ने बताया केंद्रीय जल आयोग कार्यालय कालपी से प्राप्त जानकारी के अनुसार यमुना नदी में आई बाढ़ 1997 से अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए कालपी में प्रवाहित होने वाली यमुना नदी का खतरे का निशान 108 मीटर पर है किंतु कोटा बैराज के अलावा अन्य बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का जल स्तर लगभग 112 मीटर पर पहुंच गया जो खतरे के निशान से 04 मीटर ऊपर है। यमुना नदी में आई बाढ़ का असर सबसे अधिक विकासखंड महेवा के गांवो पर पड़ा है पूरे क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर जमीन में बोई गई खरीफ की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है साथ ही रिहायशी इलाकों में पानी भर जाने से लगभग एक दर्जन गांव जिनमें उरकरा, नरहन, पडरी ,मेनू पुर, देवकली, हीरापुर, गुड़ा खास, पीपरोधा, महेवा और हथनोरा शामिल हैं।
पूरी तरह टापू बन गए इन गांव के निवासियों को जिला प्रशासन ने बाढ़ राहत शिविरों में भिजवाया है, जहां पर खाने-पीने का भी इंतजाम प्रशासन द्वारा ही किया गया। विकासखंड रामपुरा विकास खंड कुठौंद मैं भी कई गांव में बाढ़ का असर पड़ा है यहां पर भी प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य कर रहा है। जिले की प्रभारी मंत्री  दो दिन के प्रवास पर जनपद में आई और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया। उन्होंने राहत शिविरों में लंच पैकेट बांटे। वह ग्राम निभाना में नदी में डूबे किशोर गौरव की परिजनों से मिलने भी गई जहां पर अनुग्रह राशि चार लाख रुपए  और राहत का प्रमाण पत्र मृतक के बड़े भाई सौरभ को सौंपा साथ ही मृतक किशोर की परिजनों को धीरज बंधाया।
पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार ने बताया जनपद में एनडीआरएफ डीआरएफ के अलावा पीएसी के गोताखोर एवं जवानों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है तथा बाढ़ में फंसे पीडितों को लगातार सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया जा रहा है।  प्रभारी मंत्री  के साथ विधायक नरेंद्र सिंह जादौन, गौरी शंकर वर्मा एवं सांसद भानु प्रताप वर्मा ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान प्रभारी मंत्री  ने बाढ़ प्रभावित किसानो से भी भेंट की तथा नष्ट हुई फसल की  क्षति  पूर्ति  करने का भी आश्वासन  दिया। बाढ़  प्रभावित क्षेत्रों भ्रमण जाने से पहले उन्होंने  जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठकर विकास कार्यों की समीक्षा भी की।