प.बंगाल
Posted at: Apr 20 2016 4:05PM
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में महत्वपूर्ण तीसरे चरण के मतदान से पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पूरे राज्य में केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल के 75,000जवानों सहित एक लाख सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के करीब 75,000 जवानों वाली लगभग 700 कंपनियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। निर्देशों के मुताबिक, मतदाताओं में विश्वास पैदा करने के लिए वे अपने इलाके में मार्च निकाल रहे हैं।
स्थानीय भाषा या भौगोलिक स्थिति से अनभिज्ञ इन 75,000 अर्द्धसैनिक बल के जवानों की सहायता के लिए 25,000 राज्य पुलिस बल के जवानों को मुस्तैद किया गया हैै। सभी मतदान परिसरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केन्द्रीय बलों के कंधों पर होगी जबकि स्थानीय भाषा को समझने वाले ‘लाठी’ से लैस राज्य पुलिस बल के जवान कतार प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य पुलिस को मतदान केन्द्र के भीतर गंभीर स्थितियों में तभी प्रवेश दिया जाएगा जब पीठासीन अधिकारी ऐसा चाहेंगे। इसी तरह केन्द्रीय बलों के हरेक मोबाइल यूनिट की मदद के लिए राज्य पुलिस के एक जवान की भी सहयता ली जाएगी। अधिकारियों ने बताया
कि असम में मतदान समाप्त होने के कारण वहां तैनात सुरक्षा बलों के अब पश्चिम बंगाल आ जाने के चलते बलों की संख्या में बढ़ोतरी संभव हुई है। अर्द्धसैनिक बलों की बढ़ोतरी को देखते हुए वाहनों पर साफ शब्दों में ‘सेन्ट्रल फोर्सेस’ लिखा गया है। इसके अलावा उनके वाहनों में हूटर या साइरन भी लगाया गया है।