Friday, 19 April, 2024
dabang dunia

देश

अयोध्या में जरूर बने राम मंदिर, मुझे मुसलमानों से प्रॉब्लम : कल्बे

Posted at: Feb 12 2018 12:41PM
thumb

नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर इन दिनों फिर सियासत तेज हो गई है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या से बाबरी मस्जिद को कहीं और शिफ्ट करने की बात करने के लिए अपने कार्यकारी समिति के सदस्य नदवी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। 
अयोध्या में मंदिर जरूर बनना चाहिए
अब इसी राम मंदिर के मुद्दे पर एआईएमएलपी के वाइस प्रेसिडेंट मौलाना कल्बे सादिक ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर जरूर बनना चाहिए, लेकिन वो विद्या का मंदिर होगा। उत्तर प्रदेश के बारांकी में एक कार्यक्रम के दौरान अयोध्या मद्दे पर कल्बे सादिक ने अपनी बात रखी। 
अब इस विवाद को सुलझा देना चाहिए
शिया धर्मगुरू ने राम मंदिर के सवाल पर अपने जवाब की शुरुवात जय राम से करते हुए कहा कि मंदिर जरूर बनना चाहिए, लेकिन विद्या का मंदिर। उन्होंने कहा कि यह विवाद जब लोग सुलझाना चाहेंगे तो खुद-ब-खुद सुलझ जाएगा और अगर नहीं चाहेंगे तो कभी नहीं सुलझ सकता, लेकिन इस विवाद को अब सुलझा देना चाहिए।
मदरसों की शिक्षा से ज्यादा बेहतर मॉडर्न एजुकेशन 
शिया धर्मगुरु ने कहा कि मदरसों की शिक्षा से ज्यादा बेहतर मॉडर्न एजुकेशन है। हम जब एजुकेशन की बात करते हैं तो हमारी मुराद होती है मॉडर्न एजुकेशन, न की धार्मिक एजुकेशन। धार्मिक एजुकेशन भी जरूरी है, लेकिन मॉडर्न एजुकेशन जरूरी है।
क्रिश्चन से सीखें मुस्लिम 
मुस्लिमों पर तंज कसते हुए कल्बे सादिक ने कहा कि आप मस्जिद जरूर बनाएं, लेकिन क्रिश्चन से सीखें। क्रिश्चन का जहां चर्च होता है उससे जुड़ा एक स्कूल जरूर होता है। हमारे यहां कितनी मस्जिदें हैं जहां एजूकेशनल इंस्टीट्यूट हैं।
मुझे मुसलमानों से प्रॉब्लम 
शिया धर्मगुरु ने ये भी कहा कि मुझे मुसलमानों से प्रॉब्लम आई है। हिन्दुओं से कभी कोई प्रॉब्लम नहीं आई। हिन्दुओं ने मुझे हमेशा इज्जत और प्यार दिया है। मुसलमानों से पूछिए कि दीन क्या है, धर्म क्या है। तो वह कहेंगे नमाज पढ़ना, रोजे रखना, हज करना। ये सब धार्मिक प्रथाएं हैं, दीन नहीं है।