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लाइफ स्टाइल

होली पर ऐसे रखें अपनी स्‍कीन का ख्‍याल

Posted at: Mar 3 2018 10:48AM
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होली खेलने में मजा तो बहुत आता है, परंतु इससे त्वचा खुरदुरी, एग्जिमा और बाल ड्राय व बेजान हो जाते हैं और रंगों से परेशानी तब खड़ी होती है जब इन्हें छुड़ाने की बारी आती है और इनका स्किन और बालों पर हानिकारक असर पड़ने लगता है। होली सेलिब्रेट करने से पहले यह जरूरी है कि अपनी स्किन का ध्यान रखें, जिससे स्किन इन्फेक्शन न हो और आप टेंशन फ्री होली सेलिब्रेट करें। फेस्टिवल के बाद होने वाली प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन किस प्रकार किया जा सकता है ये हम आपसे साझा कर रहे हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट ने हमें बताया कि होली पर दो तरह की तैयारी क्यूं की जाना चाहिए। 

होली खेलने से पहले यह करें
उन्होंने बताया किसी न किसी रंग से कोई न कोई इंफेक्शन हो ही जाता है, तो होली खेलने से पहले स्किन पर बैरियर क्रीम या मॉइश्चराइजर क्रीम लगाएं। उसके बाद सनस्क्रीन लोशन एसपीएफ 30 का यूज करें या कोल्ड क्रीम / वैसलीन / सरसों / गरी / जैतून (आॅलिव) के तेल की मालिश करें, ये एक प्रोटेक्टिव लेयर की तरह काम करेगा। हेयर में कोई सिरम या तेल लगा लें इससे हेयर प्रॉब्लम नहीं होगी। माहिलाएं नाखूनों पर पारदर्शी अथवा कलर्ड नेल पॉलिश लगाएं जिससे होली का रंग नाखूनों को खराब नहीं करेगा। होठों पर देसी घी/ शुद्ध मलाई लगाएं इससे आपके होंठ रंगों से बचे रहेंगे।
...और बाद में
बेसन, हल्दी व सरसों का तेल मिलाकर उबटन बना लें, इसे अपनी बॉडी पर  हल्के हाथों से रगड़ने से रंग जल्दी उतरता है। गुलाल को कभी भी सिर्फ पानी से धोने की कोशिश न करें, इससे इनका रंग और भी फैलता है। पहले गुलाल अच्छी तरह झाड़ लें, फिर बॉडी वॉश से नहा लें। रंग लगने के बाद स्किन को अधिक रगड़ना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे स्किन को नुकसान पहुंच सकता है। किसी भी स्ट्रांग सोप का यूज न करें, फेस के लिए फेस क्लिंजर और बॉडी के लिए बॉडी वॉश का ही यूज करें। कलर छुड़ाने के बाद त्वचा को कोल्ड क्रीम या रिहाइड्रेट क्लिंजर, जिसमें ऐलावेरा व नीबू के गुण हों यूज करें, क्योंकि यह त्वचा से रंग व दाग-धब्बे छुड़ाने में मदद करता है और स्किन की सफाई कर उसे नमी देता है।  
रंगों से होने वाली समस्या 
बालों को नुकसान-रंगों के दुष्टप्रभाव से बाल झड़ने, डेंड्रफ और एलर्जी के साथ स्केल्प में जलन भी हो सकती है, जिसका इलाज लंबे समय तक करना पड़ सकता है।
सूखे रंगों के नुकसान 
अक्सर लोग कहते हैं कि सूखे रंग से होली खेलना ज्यादा सुरक्षित होता है, पर ये पूरी तरह सच नहीं है। सूखे रंगों में भी ऐसे तत्व होते हैं जो आपको सांस लेने में दिक्कत कर सकते हैं। इसके अलावा दमा और खांसी की समस्या से ग्रस्त लोगों के लिए ये रंग काफी खतरनाक हो सकते हैं। 
शरीर के अंदरूनी भागों पर दुष्प्रभाव
अगर गलती से रंग आपके मुंह और पेट में चला जाए तो इनमें मौजूद लेड और लेड आॅक्साइड आपकी किडनी को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
आंखों को नुकसान
अगर आंखों में रंग चला जाए तो अंधेपन की शिकायत तक हो सकती है। इसके अलावा आंखों में जलन और उनका लाल होना तो सामान्य तौर पर देखा जाता है। इनसे कार्नियल अल्सर, कंजेक्टिवाइटिस और एलर्जी होने का खतरा भी होता है। 
त्वचा को नुकसान
त्वचा पर चकते पड़ना, खुजली होना, एलर्जी से दाने निकलना और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इनसे त्वचा का कैंसर भी हो सकता है।
नारियल तेल इस्तेमाल करें 
फूलों व आॅर्गेनिक रंगों से होली खेलें, इनसे स्किन को कोई नुकसान नहीं होगा। लोगों को सिंथेटिक रंगों के प्रयोग पर टोकें एवं रोकें और स्वयं भी इनका प्रयोग न करें, जितना हो सके आॅर्गेनिक रंगों का प्रयोग करें। यदि त्वचा पर रंग ज्यादा लग जाए तो नारियल या सरसों के तेल में रूई भिगोकर धीरे-धीरे हल्के हाथ से रगड़कर रंग छुड़ाएं। 
रंगों से आंखों को बचाएं
केमिकल वाले रंगों का प्रयोग अधिक होने से स्किन, हेयर इन्फेक्शन भी हो रहा है। होली खेलते समय गॉगल्स पहनें ताकि रंग आपकी आंखों को नुकसान न पहुंचे। रंग छुड़ाने के लिए रगड़ना आवश्यक नहीं है, क्योंकि रंग धीरे- धीरे निकल जाएगा, लेकिन स्किन को नुकसान पहुंचा तो परेशानी हो सकती है, इसलिए इसे हल्के हाथ से निकालें और रंग निकालने के लिए क्लिंजिंग मिल्क का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।