देश
Posted at: Mar 13 2018 6:38PM
नई दिल्ली। एक अमेरिकी कंपनी द्वारा अपने देश से बिना जरूरी मंजूरी लिए भारत से उपग्रह प्रक्षेपित कराए जाने की रिपोर्टों के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वाणिज्यिक इकाई एंट्रिक्स ने अमेरिकी कंपनियों से कहा है कि वे अपनी नियामक संस्थाओं से अनिवार्य रूप से मंजूरी लेने के बाद ही भारत से छोड़े जाने के लिए उपग्रह भेजें। स्वॉर्म टेक्नोलॉजीज नामक इस कंपनी के चार उपग्रह 12 जनवरी को इसरो ने अंतरिक्ष में भेजे थे। मीडिया की रिपोर्टाें के अनुसार कंपनी ने इन उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए अमेरिका के संघीय संचार आयोग (एफसीसी) से अनुमति नहीं ली थी। निजी भारतीय तथा विदेशी कंपनियों एवं संस्थानों के उपग्रहों के इसरो द्वारा प्रक्षेपण के लिए एंट्रिक्स के माध्यम से करार किये जाते हैं। एंट्रिक्स ने कहा "एंट्रिक्स के वाणिज्यिक प्रक्षेपण सेवा करार के अनुसार, सभी राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय नियामकों से परमिट, अधिकार एवं अनापत्ति हासिल करना ग्राहक की जिम्मेदारी है। चूँकि यह अमेरिका का आंतरिक मामला है, एंट्रिक्स ने अमेरिकी ग्राहकों से आग्रह किया है कि वे भविष्य में भारत से उपग्रहों के प्रक्षेपण से पहले एफसीसी से नियामक मंजूरी सुनिश्चित करें।" मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि स्पेसबी-1, 2, 3 और 4 नामक ये उपग्रह 10 सेंटीमीटर से कम आकार के थे, जिन्हें अंतरिक्ष में ट्रैक करना अमेरिका के स्पेस सर्विलांस नेटवर्क के लिए कठिन होता है, इसलिए एफसीसी ने इनके लिए मंजूरी देने से मना कर दिया था।