झारखण्ड
Posted at: Mar 19 2018 4:38PM
रांची। झारंखंड की राजधानी रांची में एक युवती को आठ साल तक बंधक बनाए रखने और यौन शोषण का मामला सामने आया है। युवती को दिल्ली में बंधक बनाकर रखा गया था। यहां से छूटने के बाद जब वह अपने शहर पहुंची तो वहां मामले की जानकारी पुलिस को दी। युवती ने पुलिस को दिए गए अपने बयान में हैरान कर देने वाली जानकारियां दी हैं।
युवती धनबाद जिले के चिरकुंडा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। जिसके मुताबिक करीब आठ साल पहले जब वह नाबालिग थी तब उसको अगवा कर लिया गया था। जिसके बाद अपहरण कर्ता उसे अपने साथ दिल्ली ले गए और वहां उसे बंधक बनाकर रखा। इस दौरान कई लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया और मारपीट भी की गई। इस दौरान वह गर्भवती भी हुई और उसने एक बच्ची को जन्म भी दिया।
--यातनाओं में को गई मासूमियत
युवती ने पुलिस को बताया कि 20 मई, 2009 की सुबह वह कभी नहीं भूल सकती। उस दिन सूर्य की किरणें अपनी रौशनी बिखेरने वाली ही थी कि उसके दरवाजे पर तीन लोगों ने दस्तक दी। उसने उनके स्वागत के लिए दरवाजा खोला, लेकिन उसे क्या पता था कि उसने अपने जीवन में ही नरक का दरवाजा खोल दिया है। नशीली दवा सुंघा कर रियाज खान, पप्पू उर्फ फहीम व मो. फहीम ने उनका अपहरण कर लिया। पिता के साथ अच्छे संबंध होने की वजह से उसने दरवाजा खोला था। जब निशा को होश आया तो उसने अपने को एक कमरे में बंद पाया। कुछ देर बाद रियाज खान, पप्पू उर्फ फहीम और दो अन्य लोग कमरे में दाखिल हुए। रियाज ने सभी को खाना लाने के बहाने भेज दिया।
निशा ने रियाज से अपने घर जाने की बात कही, लेकिन वह उसकी बात को नजरअंदाज करते हुए उससे छेड़छाड़ करने लगा। जब किशोरी ने इसका विरोध किया तो रियाज ने उसे बहुत मारा और उसके साथ दुष्कर्म किया। जब रियाज का मन भर गया तो उसने किशोरी को पप्पू उर्फ फहीम को सौंप दिया। पप्पू उसे दिल्ली ले गया। जहां होटल में पांच दिनों तक उसके के साथ दुष्कर्म किया गया। इसके बाद पप्पू का भी उससे मन भर गया, लेकिन उसे डर था कि अगर किशोरी को ऐसे ही छोड़ दिया तो वह उसके घर पहुंच जाएगी और बात बिगड़ जाएगी। लिहाजा पप्पू किशोरी के साथ किराए के मकान में रहने लगा। इस दौरान वह एक जगह से दूसरे जगह मकान भी बदलता रहा, ताकि पकड़ा न जाए।
इस दौरान वह गर्भवती हो गई और एक बच्ची को जन्म भी दिया, लेकिन उसके साथ होने वाली बर्बरता में कोई कमी नहीं आई। उधर, लंबा अरसा बीत जाने से पप्पू भी निश्चित हो गया कि लड़की अब भागने वाली नहीं है। लेकिन एक दिन युवती को वहां से भागने का मौका मिल गया और उसने अपने साथ बीती हर घटना मकान मलिक को बताई और उनसे एक हजार रुपये लेकर किसी तरह अपने घर धनबाद लौट आई।
करीब आठ साल बाद गोद में एक बच्ची को लिए लड़की घर तो लौट आई लेकिन अभी भी उसे न्याय नहीं मिला है।