Thursday, 25 April, 2024
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झारखण्ड

भारत बंद के दौरान कई जिलों में भड़की हिंसा, वाहनों में लगाई आग, पुलिस पर भी पथराव

Posted at: Apr 2 2018 6:26PM
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रांची। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति एक्ट में सीधे गिरफ्तारी रोकने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सोमवार को दलित संगठनों ने उग्र प्रदर्शन किया। इस दौरान झारखंड के कई जिलों में दलितों के इस प्रदर्शन ने हिंसात्मक रूप ले लिया। 

राजधानी रांची में पुलिस पर पथराव किया गया, तो वहीं जमशेदपुर में ट्रक को आग के हवाले कर दिया गया। धनबाद में भी प्रदर्शनकारियों ने पथवार किया यहां पुलिस ने उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। वहीं अन्य जिलों में ट्रेनों को भी रोका गया। 

राजधानी रांची में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट व पत्थरों से हमला कर दिया। पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कई लोग घायल हो गए। वहीं पुलिस ने करीब एक हजार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया। जिन्हें अस्थायी जेल में रखा गया। 

मौके पर मौजूद पुलिस भी लाठी चार्ज कर बंद समर्थकों को खदेड़ा। इस दौरान बाजार का एक युवक राकेश शर्मा तथा एक बंद समर्थक भी बुरी तरह घायल हो गया। बंद समर्थक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जबकि राकेश शर्मा को अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान शहर के पुराना पोस्ट ऑफिस रोड में दुकानदारों एवं बंद समर्थकों के बीच पथराव भी हुआ। विधि-व्यस्था देखने पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी पोड़ाहाट प्रदीप प्रसाद को सड़क किनारे मौजूद एक हार्डवेयर दुकान में पत्थरबाजी से बचने के लिए शरण लेनी पड़ी। बंद समर्थकों के बाजार से बाहर निकलते ही दुकानदार और शहरवासी मुख्य चौराहे पवन चौक पर जुट गए। यहां डीएसपी ने दुकानदार एवं शहरवासियों को लाउड स्पीकर के माध्यम से भरोसा दिलाया कि स्थिति सामान्य हो गई है। भीड़ चौक-चौरोह में न लगाएं और अपने घरों का जाएं।

----हटिया में हाई वे को किया जाम

जानकारी के मुताबिक, हटिया में सड़क पर टायर जला दिए गए, जिससे यातायात पर असर पड़ा। आदिवासी छात्र संघ के अलावा कई और संगठन के सदस्य बंद को सफल करने के लिए सड़कों पर उतरे। हालांकि उन्होंने इमरजेंसी सेवा और बोर्ड परीक्षा को इससे दूर रखा। मेन रोड में दुकानें बंद रहीं। डोरंडा ओर हीनू में यातायात सामान्य रहा। हजारीबाग, बोकारो, जमशेदपुर रूट में 2-3 बसे ही रांची से रवाना हुई हैं।

----कोल्हान में जबरदस्ती बंद करवाई गईं दुकानें 

उधर, कोल्हान प्रमंडल के विभिन्न जिलों में दलित संगठनों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया और दुकानों को बंद कराया। कोल्हान प्रमंडल क्षेत्र के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम और सरायकेला खरसावां जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर देखा गया। पूर्वी सिंहभूम के एमजीएम थाना क्षेत्र के पलासबनी के पास बंद समर्थकों ने सुबह चार बजे ही एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया। टाटानगर रेलवे पुल रोड को बंद समर्थकों ने जाम कर दिया। कुछ लोग हिरासत में भी लिए गए हैं। साकची, बिष्टुपुर, मानगो समेत जमशेदपुर शहर में सभी दुकानें बंद रहीं। बंद के समर्थन में सैकड़ों युवा, पुरुष, महिलाएं व बच्चे हाथ में डंडा लेकर सड़क पर घूमते रहे। वहीं उनके पीछे पीछे पुलिस भी निगरानी करती रही। एनएच पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

-----दुकानों में तोड़फोड़ कर वाहनों में लगाई आग

चाईबासा शहर समेत तमाम ग्रामीण इलाकों में भारत बंद का व्यापक असर देखा गया। लंबी दूरी की बसें नहीं चलीं। बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा। हाटगम्हरिया में लोगों ने टायर जलाकर विरोध जताया। साप्ताहिक हाट बाजार बंद रहा। वहीं चक्रधरपुर में आंदोलन हिंसक हो उठा। कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई, साथ ही कई वाहनों में आग लगा दी गई। 

-----इन इलाकों में बंद का रहा असर

कोयलांचल-संताल में जुलूस में शामिल रविदास समाज, दलित शोषण मुक्ति संघ, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। धनबाद शहर में रणधीर वर्मा चौक, पूजा टॉकीज, रानी बांध समेत अन्य इलाकों में आंदोलनकारियों ने जमा होकर विरोध-प्रदर्शन किया। बरटांड़ में भी आंदोलनकारियों ने आधे घंटे के लिए रास्ता अवरुद्ध किया। पुलिस के हस्तक्षेप से जाम हटाया गया। बाजार की अधिकतर दुकानें बंद रहीं। ऑटो का परिचालन भी प्रभावित रहा, लेकिन निजी वाहनों का आवागमन जारी रहा। धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर बंद समर्थकों ने डिस्ट्रिक्ट जज की गाड़ी रोक दी। केंदुआ, तेलमच्चो, लालबंगला, मालकेरा, लोयाबाद, बाघमारा में बंद का असर दिखा। कई जगहों पर महिलाएं भी सड़क पर उतरीं। राजगंज में आंदोलनकारियों के सड़क पर बैठने के कारण एक घंटा वाहनों का परिचालन प्रभावित रहा।

--------साहिबगंज में रेल यातायात प्रभावित

यहां रेल सेवा लगभग चार घटों तक प्रभावित रही। इस दौरान सियालदह-वाराणसी अपर इंडिया एक्सप्रेस ट्रेन और भागलपुर-आजमगढ़ कटवा लोकल साहिबगंज स्टेशन पर लगभग तीन घटों तक साहिबगंज स्टेशन पर खड़ी रही। वहीं, दिल्ली से मालदा जानेवाली आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन बिहार के कहलगांव रेलवे स्टेशन पर लगभग दो घंटे तक खड़ी रही। यह ट्रेन काफी देर से साहिबगंज पहुंची। बंद समर्थक सुबह लगभग सात बजे से ट्रैक पर बैठकर बंद को सफल बनाने में लगे थे।

-----गिरिडीह में सड़क पर उतरीं छात्राएं

गिरिडीह में आदिवासी छात्राओं ने सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन किया। अच्छे दिन नहीं, पुराने दिन वापस करो, एससी-एसटी एक्ट में संशोधन वापस लो जैसे स्लोगन लिखी तख्तियां उन्होंने हाथों में पकड़ रखी थी। वहीं दुमका, जामताड़ा, बोकारो, देवघर में भी बंद को लेकर संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया है।

----पाकुड़ में 200 छात्र गिरफ्तार

पाकुड़ में नगरथाना पुलिस ने आंदोलन कर रहे करीब 200 आदिवासी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है। जिले में बंद का मामूली असर है। पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने  महिलाओं की गिरफ्तारी का विरोध किया।