ज्योतिष
Posted at: Apr 13 2018 1:43PM
शनिदेव त्रिदेव और ब्रह्मांड निवासियों में बिना किसी भेद के उनके किए कर्मों की सजा उन्हें देते हैं। जब किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव पड़ता है तो वह पाठ-पूजा और तंत्र-मंत्र के माध्यम से शनिदेव को खुश करने में जुट जाता है। शास्त्रों में सेवा, दान-पुण्य और मानव-प्रेम ऐसे तीन काम हैं जिन्हें आप अपने व्यक्तित्व का हिस्सा बना लेंगे तो शनि आप पर कभी अपना दुष्प्रभाव नहीं डालेंगे।
1 शनि देव दान से जल्द ही प्रसन्न होते हैं, अपना कर्म ठीक रखें तभी भाग्य आप का साथ देगा और कर्म कैसे ठीक होगा इसके लिए आप धर्म के मार्ग पर चलते हुए दान-पुण्य करें।
2 इंसान का भला और बुरा तो उसके स्वयं के कर्मों की वजह से होता है। अगर आपके कर्म अच्छे हैं तो आपका बुरा होना नामुमकिन है।
3 सच्चे-अच्छे लोगों पर शनिदेव की कृपा बराबर बनी रहती है। वह घमंडी का सिर नीचा करते हैं और उसे कष्ट देकर नम्र और अच्छा इंसान बनाते हैं। गरीब, कमजोर और निम्न वर्ग के लोगों की अन्न, धन, वस्त्र या किसी अन्य विकल्प के द्वारा मदद करने से शनि की कृपा दृष्टि बनी रहती है।