खेल
Posted at: May 6 2018 6:45PM
लखनऊ। बाज की माफिक लक्ष्य को भेदने की अदम्य क्षमता रखने वाली अचूक निशानेबाज प्रिया दुनिया को फतह करने के मिशन पर निकलने की तैयारी में है मगर उसके रास्ते में गरीबी और तंगहाली कांटा बनकर बिछे हुए है। मेरठ के एक छोटे से गांव भीष्मनगर की निवासी प्रिया जर्मनी में 21 से 29 जून के बीच होने वाली निशानेबाजी प्रतियोगिता के लिये देश की टीम में अपनी जगह बनाने के बिल्कुल करीब है मगर इसके बावजूद उनके सुदूर देश में होने वाली चैंपियनशिप में भाग लेने को लेकर अभी असंमजस के हालात है।
इसकी मुख्य वजह निशानेबाज के तंग आर्थिक हालात है। प्रिया ने अंतर्राष्ट्रीय चयन के लिये तीसरे और चौथे ट्रायल में चौथा स्थान हासिल किया। रक्षा मंत्री पदक विजेता खिलाडी वर्ष 2014 में एनसीसी में चयनित हुयी थी। मां इल्मो देवी ने प्रिया से कहा तुम केवल अपनी पढाई पर ध्यान दो। विदेश में होने वाले महंगे खर्च हमारे वश में नही है। तुम्हारे लिए वे शिविर का आयोजन करेंगे तो तुम वहां कैसे ठहर सकोगी। " प्रिया के पिता बृजपाल सिंह हालांकि अपनी बिटिया की हौसलाफजाई करते रहते हैं।