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2019 तक शुरू होगा गुरुग्राम का दूसरा फ्लाइट सिम्युलेटर

Posted at: Jun 20 2018 11:42AM
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नई दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित गुरुग्राम में जल्द ही पायलटों के प्रशिक्षण के लिए दूसरा फुल-फ्लाइट सिम्युलेटर प्रशिक्षण केंद्र शुरू होने वाला है। इसे शुरू करने वाले जेट एयरवेज के पायलट सचिन खांडेकर ने बताया कि गुरुग्राम के सेक्टर 75 में तीन एकड़ जमीन पर प्रशिक्षण केंद्र बनाया जायेगा। इसके लिए जमीन ले ली गयी है तथा नागर विमानन महानिदेशालय से स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। साथ-साथ सिम्युलेटर मशीनों के आयात की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जायेगी।
अगले साल के मध्य तक दो सिम्युलेटर मशीनों के साथ केंद्र में प्रशिक्षण शुरू होने की उम्मीद है। शुरुआत में एक सिम्युलेटर बोइंग 737 मैक्स विमान का और एक एयरबस के ए320 विमान का होगा। बाद में एटीआर का सिम्युलेटर भी लगाने की योजना है। कुल आठ सिम्युलेटर के लिए बेस तैयार कर लिये जायेंगे तथा धीरे-धीरे उनका आयात किया जायेगा। पिछले तीन साल में 20 प्रतिशत से ज्यादा की रफ्तार से बढ़ रहे भारतीय विमानन बाजार को देखते हुये देश में ऐसे कई फ्लाइट सिम्युलेटर प्रशिक्षण केंद्रों की जरूरत है।
विमान सेवा कंपनियों ने पहले ही बड़ी संख्या में विमानों के आॅर्डर दिये हुये हैं। आने वाले 20 साल में भारतीय कंपनियों द्वारा 290 अरब यूएस डॉलर कीमत के 2,100 नये विमान खरीदने की उम्मीद है। उनके लिए पायलटों की भर्ती भी होगी। इसके मद्देनजर पायलट सिम्युलेशन प्रशिक्षण की माँग निश्चित रूप से बढ़ेगी।
खांडेकर ने कहा, 'वर्तमान में, हमारे पास पर्याप्त फ्लाइट सिम्युलेटर और प्रशिक्षण सुविधाएं नहीं हैं जो भारत में विमानन बाजार की वृद्धि के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें। यह आगामी फ्लाइट सिम्युलेटर सेंटर सिंगल-आइसल एयरबस ए320 और बोइंग 737 प्रकार के एयरक्राफ्ट्स को सेवाएं देने के लिए देश में सबसे बड़े प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में उभरेगा।' उन्होंने बताया कि केंद्र के प्रशासनिक काम की जिम्मेदारी उनके पास होगी। आरंभ में दो मशीनों और जमीन तथा निर्माण के लिए जरूरी निवेश जुटा लिया गया है।
बाद में और छह मशीनों के आयात के लिए निवेशक अपना योगदान बढ़ा सकते हैं। एक मशीन की कीमत तकरीबन एक करोड़ डॉलर है। इस केंद्र में सभी विमान सेवा कंपनियों के पायलटों को प्रशिक्षत किया जायेगा। सभी आठ सिम्युलेटर लग जाने के बाद यहां हर साल 3,500 पायलटों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा।  वर्तमान में देश में अधिकर फ्लाइट सिम्युलेटर विमान सेवा कंपनियों के हैं जहां वे अपने ही पायलटों को प्रशिक्षित करते हैं। खांडेकर ने बताया कि एयलाइंस के अलावा अन्य निजी कंपनियों के देश में अभी तीन ही सिम्युलेटर प्रशिक्षण केंद्र हैं। इनमें नोएडा, गुरुग्राम और बेंगलुरु में एक-एक प्रशिक्षण केंद्र हैं।