Thursday, 28 March, 2024
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संस्कार सिखाने में शिक्षा संस्थान की भूमिका महत्वपूर्ण - आनंदीबेन

Posted at: Jun 20 2018 8:37PM
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इंदौर। मध्यप्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि अब हमें संस्कारवान नई पीढ़ी तैयार करना है। इस काम में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। पटेल ने आज इंदौर में अरविन्दो इन्स्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस परिसर में सैम्स-जियो (जैन इंटरनेशनल आर्गनाइजेशन) विश्वविद्यालय का भूमि-पूजन किया। इस विश्वविद्यालय में चिकित्सा विज्ञान के अलावा कानून और वाणिज्य की भी शिक्षा दी जाएगी। इस अवसर पर श्रीमती पटेल ने कहा कि शासन का उद्देश्य हर व्यक्ति को शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध करना है।

किसी भी विश्वविद्यालय में रैंगग नहीं होना चाहिये, बल्कि ऐसी परम्परा शुरू की जाए, जिससे किसी भी शैक्षणिक संस्थान में पुराने विद्यार्थी नये विद्यार्थियों का आत्मीय स्वागत करें। राज्यपाल ने कहा कि शैक्षणिक संस्थान, समाजसेवी और व्यवसायी एक-एक गांव को गोद लेकर आदर्श प्रस्तुत करें। गांव भारतीय सभ्यता और संस्कृति के केन्द्र रहे हैं। गांवों के विकास से ही देश का विकास होगा। पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों ने क्षय रोग से पीड़ित दो हजार 200 बच्चों को गोद लिया है। वे उन्हें पोषण आहार और समय पर दवा देने में मदद कर रहे हैं।

शासन की मंशा है कि सन् 2022 तक भारत क्षय रोग से मुक्त हो जाये। पटेल ने इन्स्टीट्यूट आफ रिजनरेटिव मेडिसिन एण्ड ट्रान्सप्लांट, इंस्टीट्यूट आफ कैंसर एण्ड न्यूक्लियर मेडिसिन और इंस्टीट्यूट आफ इंटरनेशनल लॉ की आधारशिला रखी। जैनमुनि पद्मसागर जी महाराज ने कहा कि विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और समाजसेवा की भावना पैदा करना जरूरी है। पूरी दुनिया में एक ही धर्म है मानव धर्म और एक ही जाति है मानव जाति। हमें धर्म और जाति के बंधन से ऊपर उठकर काम करना होगा।