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विश्व चैंपियनशिप : टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगे चानू, शिवलिंगम और रेगाला

Posted at: Sep 19 2018 12:02PM
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नई दिल्ली। गत चैंपियन मीराबाई चानू के अलावा सतीश शिवलिंगम और वेंकट राहुल रेगाला जैसे सीनियर भारोत्तोलक विश्व चैंपियनशिप में भाग नहीं लेंगे और उन्होंने अपने रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम को जारी रखने का फैसला किया है। विश्व चैंपियनशिप उन 10 क्वालीफाइंग स्पर्धाओं में से एक है जिसमें से 2020 में जापान में होने वाले ओलंपिक का टिकट हासिल किया जा सकता है। 
राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने कहा- सीनियर खिलाड़ियों को अप्रैल में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के बाद विश्राम करने का समय नहीं मिला था। इन खेलों के बाद उन्हें रिहैबिलिटेशन शिविर में शामिल होना था, लेकिन चीजें योजना के मुताबिक नहीं हुर्इं।
एशियाई गेम्स में भारोत्तोलन में नहीं मिला मेडल
उन्होंने कहा- कुछ भारोत्तोलक घर चले गए, कुछ कहीं और चले गए। खिलाड़ियों ने इस दौरान एक महीना बर्बाद कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि उनके शरीर को जो विश्राम चाहिए था वह नहीं मिला। इसी कारण एशियाई खेलों में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, जो हमारे लिए बड़ा झटका था। एशियाई खेलों में भारत इस बार भारोत्तोलन में एक भी पदक जीतने में नाकाम रहा। अजय सिंह और सतीश पुरुषों के 77 किग्रा वर्ग में क्रमश: पांचवें और 10 वें स्थान पर रहे और सतीश ने बाद में अपने एक प्रयास में खुद को घायल कर लिया। महिला वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली राखी हलधर (63 किग्रा) इकलौती खिलाड़ी थीं। पुरुषों के 94 किग्रा वर्ग में विकास ठाकुर आठवें स्थान पर रहे।
खिलाड़ियों ने शुरू किया रिहैबलिटेशन कार्यक्रम 
शर्मा ने कहा- हमें ओलंपिक के लिए होने वाली क्वालीफाइंग स्पर्धाओं पर ध्यान देना होगा। यह जरूरी है कि टीम ठीक से तैयारी करे। किसी प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले भारोत्तोलकों को ठीक से तैयार होना होगा। ज्यादातर खिलाड़ियों ने रिहैबलिटेशन कार्यक्रम शुरू कर दिया है। हमें 10 क्वालीफाइंग स्पर्धाओं में से किसी छह में भाग लेना होगा। विश्व चैंपियनशिप उसमें से सिर्फ एक है। मुंबई में अपना इलाज करा रही गत चैंपियन मीराबाई ने कहा कि वह जल्द ही रिहैबलिटेशन शिविर से जुड़ेंगी। उन्होंने कहा- दर्द कुछ कम है। चिकित्सकों ने कहा कि यह चोट ज्यादा भार उठाने से लगी है। मैंने भारोत्तोलन प्रशिक्षण शुरू कर दिया है।
खेल रत्न पुरस्कार के लिए चयनित होने पर मीरा ने जताई खुशी
मीराबाई ने कहा- मैं काफी खुश हूं कि मुझे खेल रत्न मिल रहा है। एशियाई खेलों से हटने के बाद मुझे लगा कि मैं चूक जाऊंगी। मेरी मां काफी नर्वस थी। वह मुझसे बार-बार पूछ रही थी क्या मैंने कुछ (पुरस्कार के बारे में) सुना है। शर्मा ने कहा- मैं इस पुरस्कार के मिलने से प्रसन्न हूं। यह पहली बार है जब मैंने नामांकन भरा था। एशियाई खेलों में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं था, लेकिन मुझे खुशी है कि यह पुरस्कार मिल रहा है। मैं मीराबाई के लिए भी खुश हूं।