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Posted at: Nov 14 2018 7:11PM
लखनऊ। अयोध्या में 25 नवम्बर को प्रस्तावित विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित धर्म सभा के जरिये केन्द्र सरकार पर मंदिर निर्माण के लिये कानून लाने का दवाब बनाया जाएगा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे समेत किसी भी राजनेता को सभा के लिये आमंत्रित नही किया गया है हालांकि श्री ठाकरे के उसी रोज रामनगरी में आने की संभावना है। विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने बुधवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अयोध्या, नागपुर और बेंगलोर मे प्रस्तावित धर्म सभा का खाका प्रस्तुत किया।
आध्यत्मिक गुरू श्री रविशंकर और अयोध्या में कुछ मुस्लिमों के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये श्री राय ने कहा राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाले हम किसी निजी अथवा समूह के विचार या पहल का स्वागत करेंगे। दुर्भाग्य से उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या मामले में सुनवाई को टाल कर देश की 125 करोड़ लोगों की आस्था पर चोट पहुंचायी है।
उन्होने कहा कि करोड़ो राम भक्तों की भावनाओं का ख्याल रखते हुये सरकार को बगैर देरी किये राम मंदिर के लिये कानून लाना चाहिए। विहिप नेता ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने साढे छह साल के इंतजार के बाद भी अयोध्या मामले की सुनवाई के लिये समय नहीं निकाला है जो बेहद दुर्भाग्यशाली और निराशाजनक है।