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Posted at: Dec 9 2018 4:27PM
नई दिल्ली। देश भर के मजदूर संगठनों का मौजूदा वर्ष के अंतिम दिन 31 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा और इसमें मांग पत्र स्वीकार करने के बाद इसे श्रम मामलों पर बने मंत्रिसमूह को सौंपा जाएगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के महासचिव बृजेश उपाध्याय ने रविवार को यहां बताया कि प्रस्तावित सम्मेलन में देश के सभी मजदूर संगठन अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धताओं से परे हटकर शामिल होंगे और श्रमिकों के हितों के अनुरुप मांग पत्र तैयार करेंगे।
उन्होंने बताया कि यह मांग पत्र श्रमिकों के मुद्दों पर विचार विमर्श करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित मंत्रिसमूह हो सौंपा जाएगा। इस मंत्रिसमूह में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, पीयूष गोयल, धमेंद्र प्रधान और संतोष कुमार गंगवार शामिल है। उपाध्याय ने बताया कि बीएमएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सी के साजी नारायण की अध्यक्षता में मजदूर संगठनों की बैठक में राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया गया।
बैठक में बीएमएस के अलावा टीयूसीसी, एनएफआईटीयू और इंटक के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सभी मजदूर संगठनों के एक गैर राजनीतिक मंच की आवश्यकता पर सहमति जताई गई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय श्रमिक संगठनों से बातचीत की जाएगी और इसमें सभी की मांगों को शामिल किया जाएगा। राष्ट्रीय सम्मेलन में श्रमिकों की मौजूदा समस्याओं और चुनौतियों पर गंभीर विचार विमर्श होगा और भविष्य की रणनीति तय होगी।