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फ्रांस ने रचा इतिहास - दूसरी बार जीता फीफा वर्ल्‍ड कप का खिताब

Posted at: Jul 16 2018 11:25AM
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मॉस्को। फ्रांस ने 21वां फुटबॉल वर्ल्ड कप जीत लिया। रविवार को रूस के लुझिनकी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में उसने क्रोएशिया को 4-2 से हराया। फ्रांस दूसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बना है। इससे पहले उसने 1998 वर्ल्ड कप फाइनल में ब्राजील को 3-0 से हराया था। फाइनल में जीत के साथ फ्रांस ने वर्ल्ड कप करियर में क्रोएशिया के खिलाफ जीत का रिकॉर्ड बरकरार रखा। इससे पहले फ्रांस ने 1998 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में क्रोएशिया को 2-1 से हराया था। इस वर्ल्ड कप में फ्रांस ने हर मैच में पहला गोल करके विपक्षी टीम पर दबाव बनाया। उसने हर मैच 90 मिनट के अंदर जीता। फ्रांस ने फाइनल समेत कोई भी मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम या पेनल्टी शूटआउट तक नहीं पहुंचने दिया।
मांजुविच के आत्मघाती गोल से क्रोएशिया के खिलाफ बढ़त ली
फ्रांस ने ग्रुप स्टेज के 3 मुकाबलों में 2 जीते और एक ड्रॉ खेला। उसने पहले मैच में आॅस्ट्रेलिया को 2-1, दूसरे में पेरू को 1-0 से हराया। डेनमार्क के खिलाफ तीसरा मैच ड्रॉ रहा। नॉकआउट दौर के पहले मैच में अर्जेंटीना को 4-3 से हराया। क्वार्टर फाइनल में उरुग्वे के खिलाफ 2-0 से जीत दर्ज की। सेमीफाइनल में बेल्जियम को 1-0 से हराया। फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से हराकर चैम्पियन बना।
फ्रांस के 23 में 15 खिलाड़ी 25 साल से कम उम्र के 
फ्रांस के कोच डिडिएर डैसचैम्प्स विश्वकप के लिए टीम चुनने में युवा ब्रिगेड को तवज्जो दी। उनकी टीम के 15 खिलाड़ी 25 या इससे कम उम्र के हैं। उनकी टीम की औसत आयु 25.5 साल है। वहीं क्रोएशिया की टीम के खिलाड़ियों की औसत आयु 27.5 साल है। उसके सिर्फ 7 खिलाड़ी ही 25 या उससे कम उम्र के हैं।
डैचचैम्प्स ने खिलाड़ी और कोच के तौर पर जीता वर्ल्ड कप
फ्रांस ने जब 1998 में वर्ल्ड कप जीता था, तब डिडिएर डैसचैम्प्स टीम में थे। वे मौजूदा टीम के कोच हैं। डैसचैम्प्स दुनिया के तीसरे ऐसे शख्स हैं, जो एक खिलाड़ी और कोच के तौर पर फुटबॉल विश्व कप चैम्पियन टीम का हिस्सा बने। उनसे पहले ब्राजील के मारियो जागालो और जर्मनी के फ्रांज बेककेनबायुएर ने कोच और खिलाड़ी से तौर पर वर्ल्ड कप जीते हैं।
पेले ने एमबापे के लिए ट्वीट किया कहा- मेरे क्लब में शामिल...
एमबापे ने फ्रांस को 65वें मिनट में गोल कर 4-1 की बढ़त दिलाई थी। इसी के साथ वे पेले के 60 साल बाद फाइनल में गोल करने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। पेले ने 1958 में स्वीडन के खिलाफ गोल कर टीम को जीत दिलाई थी। तब उनकी उम्र महज 17 साल थी। एम्बाप्पे की उम्र 19 साल है। इस मौके पर पेले ने ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, दूसरा किशोर जिसने विश्वकप फाइनल में गोल किया। क्लब में स्वागत है एमबापे। थोड़ा साथ मिलना बेहतरीन है।
एमबापे-फाइनल में गोल करने वाले कम उम्र के खिलाड़ी
एमबापे ने 19 साल 207 दिन की उम्र में गोल दागा और वे विश्व कप फाइनल में गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गये। पेले ने 1958 में 17 साल की उम्र में गोल दागा था। क्रोएशिया लेकिन हार मानने वाला नहीं था। तीन गोल से पिछड़ने के बावजूद उसका जज्बा देखने लायक था लेकिन उसने दूसरा गोल फ्रांसीसी गोलकीपर लोरिस की गलती से किया। उन्होंने तब गेंद को ड्रिबल किया जबकि मैंडजुकिच पास में थे। क्रोएशियाई फारवर्ड ने उनसे गेंद छीनकर आसानी से उसे गोल में डाल दिया।