हरियाणा
Posted at: Mar 8 2018 9:21PM
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सतलुज यमुना सम्पर्क(एसवाईएल) नहर के माध्यम से राज्य के हिस्से का एक-एक बूंद पानी लेने का संकल्प दोहराते हुए राज्य के विपक्षी दलों को एसवाईएल नहर मुद्दे को सत्ता की सीढ़ी न बनाने की नसीहत दी। खट्टर ने राज्य विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण प्रस्ताव पर चर्चा के जबाव में विपक्षी दलों को साकारात्मक राजनीति करने की भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष को साकारात्मक सुझाव देने चाहिए। इससे न केवल सरकार को बल्कि राज्य को भी फायदा होगा। उन्होंने का जनता समझदार है और वह विपक्षी दलों की नाकारात्मक राजनीति को समझती है
और यही वजह है कि उसने इन दलों को विपक्ष में बिठा दिया है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एसवाईएल को 'सत्ता यूं लूंगा' के हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लिए एसवाईएल एक बोतल के जिन्न की तरह है। विपक्ष के लोग जब सत्ता में होते हैं तो वे इस जिन्न को बोतल में बंद कर देते हैं और जब सत्ता के बाहर होते हैं तो इस जिन्न को बोतल से बाहर निकाल लेते हैं। उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि जब वे सत्ता में थे
तब क्यों इस नहर का निर्माण नहीं कराया गया। खट्टर ने कहा कि एसवाईएल नहर के निर्माण के लिये सर्वदलीय बैठक बुला कर सामूहिक और एकजुट होकर रणनीति बनाई और एक दिशा तय की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने अदालत से लेकर केंद्र सरकार तक इस मामले की ठोस पैरवी की है। परिणामस्वरूप एसवाईएल नहर को लेकर जमीन सरकार के नाम हो चुकी हैं और अब इसका केवल कब्जा लेना बाकी है। उन्होंने दोहराया कि सरकार इस नहर के माध्यम से राज्य के हिस्से का एक-एक बूंद पानी लेकर रहेगी।