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हेल्‍थ

गर्मी में ज्यादा चाय-कॉफी पीने से हो सकती हैं ये बीमारियां

Posted at: Apr 20 2018 11:09AM
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हम भारतीयों की दिनचर्या में चाय और कॉफी का होना आवश्यक है। चाहे कोई भी मौसम हो, हर मौसम को खास बनाती है एक कप चाय। भारत के हर घर में बच्चों से लेकर बूढ़े भी सुबह और शाम चाय और कॉफी अवश्य लेते हैं और यहां तक की यदि घर पर मेहमान आते हैं, तो उनके साथ दोबारा एक कप चाय तो जरूर लेते हैं। गर्मी के मौसम में भी ज्यादातर लोग इस आदत को नहीं छोड़ पाते, लेकिन इस चाय और कॉफी से कितनी बीमारियां हो सकती हैं इस बात से ज्यादातर लोग अंजान हैं।
शहर की डायटिशियन संगीता मालू ने दबंग दुनिया को बताया कि गर्मी के दिनों में गर्म चीजों के सेवन से नाक से खून निकलता है, चक्कर आने लगते हैं और शरीर का खून सूखने लगता है और यह भविष्य में कई बड़ी बीमारियों को आमंत्रण देता है। इससे बचने के लिए घर में ही प्राकृतिक रूप से अपने खान-पान में कुछ बदलाव कर अपने शरीर को ठंडक दें, ताकि इस गर्मी के सीजन में भी आप हमेशा चुस्त-तंदुरुस्त रहें। 
दिनभर में 2-3 कप से ज्यादा न लें 
संगीता ने बताया दिनभर में 2-3 कप चाय और कॉफी ले सकते हैं। इसकी संख्या बढ़ने पर कई बीमारियां हो सकती हैं, क्योंकि कॉफी में कैफेनटानिम पाया जाता है, जिसे अधिक लेने पर शरीर में खून की कमी होने लगती है। चाय और कॉफी का पानी शरीर के पानी को सोखता है। यदि गर्मी में हमारे शरीर में पानी का स्तर कम होगा तो कई बीमारियां हो सकती हैं। हो सके तो गर्मी में चाय-कॉफी से दूर रहें। 
रसीले फल खाएं
डायटिशियन विनीता जायसवाल ने बताया गर्मी में शरीर में पानी की अधिक कमी होती है जिससे चाय-कॉफी पीने से हमारे इसकी मात्रा और बढ़ जाती है। चाय में केसीनिकोसेंट जैसे पदार्थ अधिक पाए जाते हैं, जो शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं, चाय-कॉफी गर्मी में अधिक लेने से नाक से खून बहने लगता है, लंबे समय तक हमारा शरीर गर्म रहता है। गर्मियों में ऐसी चीजों का सेवन करें जो आपके शरीर को कूल रखें। रसीले फलों का सेवन करें, क्योंकि वो आपके शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखेंगे। 
ग्रीन-ब्लैक टी सेहतमंद
विनीता ने बताया ग्रीन और ब्लैक टी स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती हैं, जबकि चायपत्ती को केमिकल के साथ बनाया जाता है, जिससे प्राकृतिक जड़ी-बूटी होने के बाद भी इसका अधिक सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक है। चाय को अधिक समय तक उबालने के कारण ही यह नुकसानदायक है, जबकि ग्रीन टी और ब्लैक टी को अधिक उबाला नहीं जाता, इसलिए यह फायदेमंद है। वहीं कॉफी बनाने के लिए फलियों को चुना जाता है, उस वक्त वे हल्के रंग की होती हैं, लेकिन भूनने के बाद भूरे रंग की हो जाती हैं, लेकिन कुकिंग की इसी प्रक्रिया में कुछ बाई-प्रोडक्ट भी लाती है। एक्रिलामाइड कॉफी को भूनने के दौरान बनने वाले ऐसे ही सह-उत्पादों में से एक है।
एसी में रहने वालों को कम खतरा
जो लोग दिनभर एसी में बैठते हैं और चाय-काफी के आदी हैं, उन्हें नुकसान कम होता है, लेकिन जो लोग नॉर्मल वातावरण में रहते हैं उन्हें इसके दुष्परिणाम से गुजरना पड़ता हैै। स्पष्ट परिणाम नहीं आए सामने- कैलिफोर्निया के जज ने कॉफी विक्रेताओं को कॉफी से होने वाले कैंसर के कारण कॉफी के साथ कैंसर से खतरे की चेतावनी लगाने के आदेश दिए हैं, जबकि कई डॉक्टरों ने शोध किया है कि कॉफी सही रूप से लेने पर यह स्वास्थ्य के लिए चाय से अधिक फायदेमंद है।
शहर के कैंसर डॉ. मनीष सिध्धा ने बताया कॉफी पीने से कैंसर नहीं होता। कई शोध किए गए हैं कि कॉफी से कैंसर होता है, लेकिन स्पष्ट रूप से ऐसे किसी शोध के परिणाम में सामने नहीं आया है कि कॉफी से कैंसर होने की संभावना है, लेकिन किसी भी वस्तु के अधिक सेवन से हमारे शरीर को नुकसान तो होगा ही। कैंसर से बचने के लिए अपने आसपास का वातावरण साफ रखें। गुटके, तंबाकू से दूर रहें, क्योंकि इनसे कैंसर होने की अधिक संभावना है। इस प्रकार के शोध में लाखों पेशेंट्स पर कई सालों तक रिसर्च की जाती है, उसके बाद ही कुछ निष्क र्ष निकलता है। 
यह ड्रिंक लें
1. ब्लैक कॉफी और ग्रीन टी। 
2. रसीले फल और जूस।
3. नीबू शिकंजी।
4. नारियल पानी।
5. दही और छाछ।
6. केरी का पना।
7. कच्चे प्याज का सेवन करें।