जम्मू-कश्मीर
Posted at: Mar 12 2018 5:14PM
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के शहर-ए-खास, पुराने शहर तथा सिविल लाइन्स इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगायी गयी हैं।
प्रशासन ने इन क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाने का फैसला दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के हकूरा में सुरक्षा बलों द्वारा मुठभेड़ में तीन आतंकियों के मार गिराए जाने के बाद लिया। पुलिस ने लोगों से कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की है।
पुलिस ने किसी भी प्रदर्शन को विफल करने के लिए अलगावादियों के उदारवादी धड़े हुर्रियत कान्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारुक के गढ़ माने जाने वाले ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के मुख्य दरवाजे को बंद कर दिया है। कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से भारत संचार निगम लिमिटेड सहित सभी सेल्युलर कंपनियों की इंटरनेट सेवायें स्थगित हैं। बीएसएनएल की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा और प्वाइंट आधारित इंटरनेट सेवाएं हालांकि धीमी गति के साथ काम कर रही हैं।
पुलिस ने बताया कि श्रीनगर के पुराने शहर तथा शहर-ए-खास में आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत एम आर गंज थाना क्षेत्र, सफा कदल, खन्यार तथा रैनवारी में निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है। इसके अलावा सिविल लाइन में मैसूरा थाना क्षेत्र में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। इन क्षेत्रों में आज स्थितियां अलग हैं क्योंकि सुरक्षा बलों तथा राज्य पुलिस के जवान लोगों को घरों में रहने के निर्देश दे रहे हैं।
नल्लाहमार रोड को वाहनों तथा पैदल यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया है। सुरक्षा बलों ने ताराबल, नवा कदल, कवदरा, राजौरी कदल, अली कदल तथा खंन्यार में विभिन्न जगहों पर कांटेदार तारों तथा बुलेट प्रूफ वाहनों को खड़ा कर मार्ग अवरुद्ध कर दिया है। एस के इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस से सफा कदल तथा ईदगाह की ओर जाने वाली सड़क खुली है लेकिन इस पर भी सिर्फ चिकित्साकर्मियों तथा मरीजों को आने-जाने की इजाजत है। धार्मिक स्थल के पास लोगों को इकट्ठा होने और विरोध प्रदर्शन करने से रोकने के लिए जामिया मस्जिद की ओर जाने वाली सभी सड़कें रनगार स्टॉप, नवहट्टा तथा हावल पर अवरोधक लगा दिये गये हैं।