Friday, 19 April, 2024
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लाइफ स्टाइल

चीते को नहीं भाता कैद में रहना

Posted at: Jan 5 2019 4:24PM
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बिल्ली की प्रजातियों में आने वाला चीता अपनी  फुर्ती और तेज रफ्तार के लिए पहचाना जाता है। हालांकि यह भी शेर की ही तरह पेड़ों पर नहीं चढ़ सकता। जमीन पर रहने वाला यह सबसे तेज जानवर है। एक छोटी सी छलांग में ये दूर पहुंच सकता है। चीते की प्रजातियों को ग्रीक शब्द में एसिनोनिक्स कहते हैं, जिसका अर्थ है न घूमने वाला पंजा। 
हालांकि चीते की कई प्रजातियां होती हैं, जैसे एशियाई चीते, जिन्हें अफगानिस्तान, भारत, ईरान, इराक, सऊदी अरब आदि देशों में देखा जा सकता है। उत्तर-पश्चिमी अफ्रीकी चीता मिस्र में भी पाया जाता है।  चीते की चमड़ी पर काले रंग के छोटे-छोटे धब्बे बने होते हैं, जो गोल आकार के होते हैं, जिनकी सहायता से खतरे के वक्त यह अपने आपको झाड़ियों में छिपाने में सफल हो पाता है। 
इसके आगे की ओर दो बड़े दांत होते हैं, जो शिकार के वक्त काम आते हैं। शेर की तरह इसकी भी पूंछ होती है और पूंछ पर काले धब्बे होते हैं। छोटे से सिर पर बड़ी-बड़ी आंखें होती हैं। आंखों से होते हुए काले रंग के आंसू चिन्ह नाक के नीचे मुंह तक होते हैं, जिनसे वह अपनी आंख से सूर्य की रोशनी को दूर रखता है, जिससे वह काफी दूर तक देख सकता है और बहुत दूर तक दौड़ भी सकता है। 
चीता एक संवेदनशील प्रजाति का जानवर है। यह नए वातावरण को जल्दी से स्वीकार नहीं करता और इसे कैद में रहना तो बिल्कुल पसंद नहीं, क्योंकि ये एक जगह से दूसरी जगह भोजन की तलाश में घूमता रहता है। नर चीता मादा चीता से थोड़ा बड़ा होता है और नर चीते का सिर भी थोड़ा बड़ा होता है।  चीते के नाखून पंजे में आधे धंसे हुए होते हैं, जिनसे ये दौड़ते समय जमीन में पकड़ बनाए रखने में कामयाब होते हैं और इनके पंजे बिल्ली जैसे ही होते हैं। चीता शेर की तरह दहाड़ नहीं सकता, लेकिन चीते की गुर्राहट भी शेर से कम भयानक नहीं होती।