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जानिए आम उत्पादकों को उद्यान विभाग की सलाह के बारे में

Posted at: Mar 13 2018 5:04PM
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लखनऊ। उद्यान विभाग ने आम के बौर पर दवा का छिड़काव न करने की सलाह आम उत्पादकों को दी है। विभाग ने कहा है कि आम के बौर के समय विशेष सावधानियां बरतने की जरुरत है। आम के बौर पर किसी तरह की दवा का छिड़काव न करें। मध्यम और देर से पकने वाली प्रजातियों में भी बौर निकल आयें है लेकिन अभी खिले नहीं हैं, इन पर पाउडरी मिल्ड्यू तथा भुनगा कीट लगने की संभावना रहती है, जिसके नियंत्रण के लिए सलाह दी जाती है।

किसानों को सलाह दी गई है कि जिन पेड़ों पर बौर खिला नहीं हैं उन पर घुलनशील गंधक दो ग्राम प्रति लीटर पानी तथा साथ में कीटनाशक क्यूनालफास या क्लोरोपाइरीफास या डायमेथोएट दो मिली प्रति लीटर पानी या कार्बरिल चार ग्राम प्रति लीटर पाली या इमिडाक्लोरप्रिड-3.5 मिली प्रति 10 लीटर पानी की दर से प्रथम बार छिड़काव करें।

द्वितीय छिड़काव की सलाह फल सेट हो जाने तथा फल सरसों के दाने के बराबर हो जाने के स्थिति में कैलिक्सीन /कैराथेन एक मिली प्रति लीटर पानी के साथ प्रथम बार छिड़काव के लिए सुझाए गए दवा में से किसी एक दवा के साथ छिड़काव करें।

आम  जब फल मटर के दाने के बराबर हो जाएं तथा बाग में भुनगा या गालमिज  का प्रकोप हो तो तृतीय छिड़काव में, प्रथम छिड़काव में सुझाए गए दवाओं में से किसी एक का छिड़काव करें। साथ ही साथ बाग में यदि कीड़ों का प्रकोप नहीं हो तो बोरेक्स 8-10 ग्राम प्रति लीटर पानी  की दर से छिड़काव करने की सलाह दी गई है। इसके साथ यह भी सुझाया गया है कि फल सेट हो जाने के बाद बाग में सिंचाई करें तथा निरन्तर नमी बनाए रखें।