पंजाब
Posted at: Apr 10 2018 4:57PM
सिरसा। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा कि पाकिस्तान की विभिन्न जेलों में पिछले कई वर्षों से बंद 300 से अधिक भारतीय कैदियों का मामला वह अंतरराष्ट्रीय अदालत में उठाएंगी।
मंगलवार को सिरसा के मीडिया सेंटर में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि दो बरस पहले उन्होंने लाहौर उच्च न्यायालय से भारतीय कैदियों की सूची लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सौंपी थी लेकिन आज तक विदेश मंत्रालय की ओर से इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि इसलिए अब उन्होंने कुछ सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर यह मामला अंतराष्ट्रीय अदालत में उठाने का फैसला किया है। दलबीर कौर ने कुछ कैदियों के उदाहरण देते हुए कहा कि पंजाब का नानक सिंह 1984 में अपने पिता के साथ खेतों में गया और गलती से पाक सीमा में प्रवेश कर गया। वह वहां जेल में बंद है। आज नानक सिंह युवावस्था में है और उसके इंतजार में उनके परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह गुजरात के अहमदाबाद का कुलदीप कई सालों से वहां जेल में बंद है। उन्होंने बताया कि कुलदीप टीबी रोग से पीड़ित है। दलबीर कौर ने बताया कि ऐसे 300 कैदियों को लेकर उन्होंने अनेक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी खत लिखे, पर कोई जवाब नहीं आया।
उन्होंने कहा कि जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी जेल में बंद कुलभूषण जाधव को लेकर पाक एवं भारत दोनों सरकारों का रवैया कई सवाल खड़े करता है। अपने भाई सरबजीत की मौत के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सरबजीत की मौत कैसे हुई, उनके हत्यारे कौन हैं, हत्यारों का क्या हुआ? जैसे सवालों का जवाब आज तक उन्हें नहीं दिया गया है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को मोदी सरकार का तमाशा करार देते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को सार्वजनिक करने की जरूरत नहीं थी। हरियाणा पंजाबी सभ्याचार मंच की ओर से देवेंद्र टक्कर ने इस अवसर पर स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।