Friday, 19 April, 2024
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सुबोध उनियाल चुने गए उत्तराखंड फुटबॉल संघ के अध्यक्ष

Posted at: Dec 10 2018 7:01PM
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देहरादून। देहरादून स्थित वीर माधो सिंह भण्डारी किसान भवन में उत्तराखंड के सभी जिला फुटबॉल एसोसिएशन की आम बैठक में उत्तराखंड राज्य फुटबॉल एसोसिएशन का चुनाव सम्पन्न हुआ जिसमें सर्वसम्मति से उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को अध्यक्ष चुना गया।
पूर्व फुटबॉलर रिटायर्ड पुलिस उपाधीक्षक नन्दकिशोर बहुगुणा चुनाव अधिकारी और उत्तराखंड सरकार के खेल विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सतीश कुमार सार्की सरकारी पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित रहे।
सुबोध उनियाल को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने का राज्य के फुटबॉल प्रेमियों ने स्वागत किया।वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में पूर्व विधायक एवं वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम को चुना गया। राजेन्द्र सिंह रावत, सुभाष अरोड़ा, राजेन्द्र सिंह सजवाण, शिव रतन सिंह रावत उपाध्यक्ष चुने गये। ये सभी राष्ट्रीय  स्तर के खिलाड़ी रहे हैं।
भारतीय खेल प्राधिकरण के पूर्व कोच दयाल सिंह रावत को सचिव चुना गया जो दिल्ली के नामी फुटबॉल स्कूल, ममता मॉडर्न के चीफ कोच रहे हैं। कोषाध्यक्ष का पद गणेश काला संभालेंगे और शिव सिंह एवं मनोज पुनेठा को संयुक्त सचिव चुना गया है। संदीप कुमार, हरीश कनवाल, भगत सिंह दशीला, विक्रम सिंह रावत, मुकुल ढेक एवं बृजेश भट्ट को कार्यकारिणी सदस्य होंगे।
अध्यक्ष चुने गए सुबोध उनियाल ने कहा कि वह राज्य की फुटबॉल को सही दिशा देने और उभरते हुए खिलाड़ियों को अधिकाधिक प्रोत्साहन प्रदान करने के लिये प्रतिबद्ध है।  उन्होंने राज्य के सभी फुटबॉल खिलाड़ियों, कोचों और प्रशासकों से अनुरोध किया कि राज्य की फुटबॉल को बढ़ाने के लिए एकजुट हो जाएं और किसी भी प्रकार की राजनीति से बचें।
सचिव चुने गए दयाल सिंह रावत ने कहा कि वह कोचिंग का अपना सारा अनुभव राज्य के फुटबॉल और खिलाड़ियों को उभारने में लगा देंगे। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि फुटबॉल में गुटबाज़ी नहीं चलने दी जाएगी और सबको साथ लेकर आगे बढ़ा जाएगा।
जिला एसोसिएशन के सभी प्रतिनिधियों ने राज्य एसोसिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं। उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ी अन्य राज्यों को सेवाएँ दे रहे हैं ,क्योंकि उन्हें घर पर सही माहौल नहीं मिल पाया। अब उन्हें हर प्रकार का संरक्षण और सहयोग मिलेगा। उन्होने ग्रास-रुट स्तर से खेल को बढ़ावा देने पर जोर दिया।