Friday, 29 March, 2024
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बरसात में रोमांच पैदा करते हैं ये 5 झरने, दिल को खुश कर देता है नजारा

Posted at: Jul 26 2019 1:38AM
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बारिश के दिन सभी को पसंद आते हैं क्योंकि यह सुहाना मौसम उम्रदराज लोगों को भी जवान बना देता हैं और नया रोमांच पैदा करता हैं। बरसात के इन दिनों में घूमने-फिरने और प्राकृतिक नजारों का विहंगम दृश्य का अपना अलग ही आनंद होता हैं। खासतौर से बरसात के दिनों में झरने देखने का मन सभी का होता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए देश के कुछ ऐसे झरनों की जानकारी लेकर आए हैं जो बरसात में रोमांच पैदा करते हैं और दिल को खुश कर देते हैं। तो आइये जानते हैं इन झरनों के बारे में।
 
जोग वॉटरफॉल, कर्नाटक:- जोग प्रताप महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर शरावती नदी पर स्थित है। इसका जल 250 मीटर की उंचाई से गिरकर बड़ा सुंदर दृश्य उपस्थित करता है। इसका एक अन्य नाम जेरसप्पा भी है। इस वॉटरफॉल(जल प्रपात) की उंचाई 830 फीट है जो भारत का दूसरा सबसे ऊंचा वॉटरफॉल है। इस फाल को यूनेस्को की ओर से दुनिया के सबसे अच्छे पर्यावरणीय स्थलों में से एक घोषित किया गया है।
 
नोहकालीकाई वॉटरफॉल :- चेरापूंजी के समीप नोहाकालीकाई वॉटरफॉल भारत का सबसे उंचा जल प्रपात है। इस जल प्रताप के पास स्थित खड़ी चट्टान से छलांग लगाने वाली स्थानीय लड़की का लिकाई के नाम पर इस जल प्रताप का नाम नोहकालीकाई पड़ा।
 
दूध सागर, गोवा :- दूधसागर भारत का एकमात्र झरना है, जो दो राज्यों की सीमा पर स्थित है। गोवा-कर्नाटक बॉर्डर से मंडोवी नदी गुजरती है, जिस पर दूधसागर झरना स्थित है। पणजी से इसकी दूरी लगभग 60 किमी है। यहां मानसून के दौरान पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है। दूधसागर झरने को 'मिल्क ऑफ सी' भी कहा जाता है।
 
अथिराप्पिल्ली वॉटरफॉल, केरल :- केरल पहले से ही भगवान की धरती कहे जाने वाला केरल अपने मॉनसून, समुद्री किनारा, प्रकृति और वाटरफॉल्स के लिए भी मशहूर है। यहां कई खूबसूरत और शानदार वॉटरफॉलहैं, जो किसी का भी मन मोह सकते हैं। उनमें से अथिराप्पिल्ली सबसे खूबसूरत वाटरफॉल है। यहां पर 80 फीट ऊंचाई से पानी गिरता है।