प्रदेश
Posted at: Jan 28 2020 1:37PM
सिंगर अदनान समी को पद्मश्री पुरस्कार दिये जाने पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी ऐतराज जताया है। मायावती ने सरकार से सवाल पूछा है कि अगर बीजेपी अदनान समी को नागरिकता और पद्मश्री से सम्मानित कर सकती है, तो वो पाकिस्तानी मुसलमानों को वहां के हिंदू, सिख, ईसाई को क्यों नहीं पनाह दे सकती है। विपक्ष लगातार अदनान को अवॉर्ड दिए जाने पर विरोध जता रहा है. कई लोगों का ऐसा मानना है कि अदनान को ये अवॉर्ड बीजेपी का गुणगान करने की वजह से मिला है। तो कई लोगों का कहना है कि जिस आदमी के पिता ने भारत के खिलाफ युद्ध लड़ा हो उसके बेटे को सम्मान कैसे मिल सकता है।
इस बारे में अदनान का कहना है कि, मेरे पिता 1965 की लड़ाई में पाकिस्तान के एक फाइटर पायलट थे। उन्होंने अपने देश के लिए अपनी ड्यूटी निभाई। उनको देशभक्ति के लिए सम्मानित भी किया गया। 26 जनवरी के मौके पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान हुआ. जिसमें पाकिस्तानी सिंगर अदनान सामी जिन्हें अब भारतीय नागरिकता मिल चुकी है, उन्हें भी पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने का ऐलान हुआ।
इसके कुछ ही घंटों बाद सामी को ये पुरस्कार दिए जाने को लेकर बवाल शुरू हो गया। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि "पाकिस्तान से आने वाला कोई भी व्यक्ति जय मोदी बोलेगा तो उसे भारत की नागरिकता के साथ-साथ पद्मश्री पुरस्कार भी दिया जाएगा। ये देशवासियों का अपमान है." वहीं कांग्रेस ने भी इस पर सवाल खड़े किए थे। कांग्रेस ने बीजेपी की चमचागिरी करार दिया था।