ज़रा हटके
Posted at: Jul 20 2019 1:16AM
यू वीफेंग 6 मई 2001 को गायब हो गया था, तब उसके पिता एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे थे और वो वहां पर खेल रहा था। लोगों की बुढ़ापे की तस्वीर बनाने वाला Face App आजकल चर्चा में है। एप के जरिए लोग #AgeChallenge लेकर सोशल मीडिया पर बिन आए बुढ़ापे की तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं। एक ओर इस एप से जुड़ी सिक्योरिटी को लेकर बातें हो रही हैं वहीं ये एप एक परिवार के अजूबा साबित हुआ। एप में इस्तेमाल हुई AI टेक्नॉलजी की बदौलत मां-बाप को उनका करीब 20 साल पहले खोया बच्चा मिल गया है। जब ये बच्चा खोया था तब उसकी उमर 3 साल थी। बच्चे को किडनैप कर लिया गया था।
फेसएप की वजह से पुलिस बच्चे को खोजने में कामयाब रही। यह मामला है चीन का। बच्चे को ढूंढने के लिए पुलिस ने चीन की टेक कंपनी टेनसेंट की बनाई AI टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया है। इस टेक्नॉलजी ने बच्चे की बचपन की तस्वीर को कनवर्ट करके बताया कि वो अब कैसा दिखता होगा। इसके बाद इनवेस्टिगेटर्स ने इस तस्वीर को फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नॉलजी से मैच किया। एक सॉफ्टवेयर के जरिए 100 कैंडीडेट्स को शार्टलिस्ट किया गया और बच्चे का पता लगाने में कामयाबी मिली।
उसका नाम यू वीफेंग है, जो कि कॉलेज स्टूडेंट है। इस मामले को देख रहे झेंग झेनहाई ने बताया, 'जब हम वीफेंग से मिले तो उसने खुद को किडनैप्ड मानने से इनकार कर दिया लेकिन, DNA टेस्ट से सारी बात क्लीयर हो गई।' झेंग ने बताया, 'किडनैपिंग के बाद ही मामले की जांच शुरू कर दी गई थी और हम कभी भी उम्मीद नहीं हारे।' वीफेंग के असली मां-बाप ने पिछले 18 साल तक उनके बच्चे की परवरिश करने वाले पैरेंट्स का शुक्रिया अदा किया है। वीफेंग के पिता ने कहा, 'मैं और वीफेंग की परवरिश करने वाले पिता भाई-भाई की तरह हो गए हैं। अब मेरे बेटे के दो डैड हो गए हैं।'