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Posted at: Feb 26 2020 5:36PM
नई दिल्ली। प्याज की आसमान छूती कीमतों के बाद इस साल अप्रैल में महाराष्ट्र की मंडियों में इसके दाम में तेज गिरावट की आशंका है जिसे देखते हुये राज्य में एक हजार टन प्याज के भंडारण की व्यवस्था की जा रही है। राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक सुनिल कुमार सिंह ने यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि इस साल अप्रैल में महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज के दाम पिछले तीन साल की औसत न्यूनतम कीमत से भी कम रहने की आशंका है।
इसे देखते हुये 25 भंडारण इकाइयाँ तैयार की जा रही हैं जिनकी क्षमता 1,000 टन होगी। सिंह ने बताया कि ये भंडारण इकाइयाँ किसानों के खेतों में ही तैयार की जायेंगी जिसके लिए किसानों को किराया दिया जायेगा। इससे एक तरफ किसानों को बेहद कम कीमत पर अपनी उपज बेचने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा तो दूसरी तरफ उन्हें भंडारण इकाई के लिए अपने खेत का इस्तेमाल करने देने के बदले किराया भी मिलेगा। देश में प्याज की पाँच सबसे बड़ी मंडियों में से तीन लासलगाँव, पिंपलगाँव और सोलापुर महाराष्ट्र में हैं। इनके अलावा गुजरात में महुवा मंडी और कर्नाटक में हुबली अन्य दो प्रमुख मंडियाँ हैं।