खेल
Posted at: May 8 2020 7:55PM
नई दिल्ली। भारतीय डेविस टीम के कोच जीशान अली ने कहा है कि कोचों को खिलाड़यिों की फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिससे खिलाड़ी चोटिल होने से बच सकें। जीशान और पूर्व डेविस कप खिलाड़ी तथा राष्ट्रीय चैंपियन आशुतोष सिंह ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के कोचों के लिए आयोजित किए गए वेबिनार को संबोधित किया। कोरोना वायरस के कारण देश में लागू हुए लॉकडाउन के दौरान एआईटीए और साई ने कोचों के लिए वेबिनार की शुरुआत की है।
महज 16 साल की उम्र में जूनियर विश्व नंबर दो खिलाड़ी रहे जीशान को 25 वर्ष की उम्र में ही चोटिल होने के कारण अपना करियर खत्म करना पड़ा था। उन्होंने टेनिस में शारीरिक फिटनेस के महत्त्व पर जोर देते हुए शुक्रवार को कहा, ‘‘एक कोच होने के नाते आप लोगों को खिलाड़यिों को टेनिस के कौशल और तकनीक के साथ-साथ फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करना होगा जिससे खिलाड़ी चोटिल होने से बच सके।’’ जीशान ने कहा, ‘‘पिछले कुछ समय से कड़ी मेहनत की अवधारणा धीरे-धीरे स्मार्ट काम से बदल रही है।
इसलिए अब कोचिंग की तकनीक में सुधार कर खिलाड़यिों को स्मार्ट तरीके से खेलने के बारे में बताना होगा। इसके साथ ही खिलाड़यिों को संयम रखना सिखाना होगा जिससे वह सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी बन सके।’’ आशुतोष ने कहा, ‘‘टेनिस परिवार में जन्म लेकर मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं, इससे मुझे बल मिलता है लेकिन मुझे भी अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी है।
मेरे कोच और सीनियर खिलाड़ी मुझसे कहते थे लगे रहो मुन्नाभाई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको सुझाव दूंगा कि आप मानसिकता पर ध्यान और समय दें। शीर्ष स्तर के टेनिस में परिणाम प्राप्त करने के लिए समय और दृढ़ता की आवश्यकता होती है।’’