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सानिया मिर्जा ने रचा इतिहास, भारत ने पहली बार जीता यह अवार्ड

Posted at: May 12 2020 12:33AM
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नई दिल्ली। भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने फेड कप हर्ट अवार्ड जीतकर नया इतिहास रच दिया है। वह यह अवार्ड जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी हैं। सानिया ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर गर्व और खुशी जाहिर की है और 2000 डॉलर की पुरस्कार राशि तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है। भारतीय टेनिस के इतिहास के हिस्से में यह अवार्ड पहली बार आया है।
 
सानिया को फेड कप एशिया/ओसनिया ग्रुप वन हर्ट अवॉर्ड के लिए नामित किया गया था और इस अवार्ड के लिए नामित होने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं। पूर्व युगल नंबर एक और कई बार की ग्रैंड स्लेम विजेता सानिया 2016 के बाद से पहली बार इस वर्ष फेड कप टीम में शामिल हुई थीं। उन्होंने अंकिता रैना से साथ मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को पहली बार फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचाया था।
 
इस साल फेड कप के शीर्ष प्रदर्शन को देखते हुए फेड कप हर्ट अवॉर्ड ग्रुप वन के लिए छह खिलाड़यिों को नामित किया गया था। हर्ट अवॉर्ड की विजेता की घोषणा ऑनलाइन वोटिंग के आधार पर की गयी। प्रशंसकों ने एक से आठ मई के बीच ऑनलाइन वोटिंग कर इसके विजेता का फैसला किया। इस वर्ष तीन क्षेत्रीय ग्रुप एक नामितों के लिए किये गए 16985 वोटों में से सानिया को 10 हजार से अधिक वोट मिले। सानिया का वोट प्रतिशत 60 फीसदी से अधिक रहा जिससे फेड कप प्रतियोगिता में उनकी वैश्विक लोकप्रियता का पता चलता है।
 
हैदराबाद की 33 वर्षीय सानिया ने कहा,‘‘वर्ष 2003 में भारत का पहली बार प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सबसे बड़े सम्मान की बात थी और इस अवार्ड को जीतने वाली पहली भारतीय बनकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। मेरा 18 वर्षों का लंबा करियर है और मैं भारतीय टेनिस टीम की सफलता में योगदान देकर गर्व महसूस करती हूं। फेड कप एशिया/ओसनिया टूर्नामेंट के नतीजे मेरे करियर की बड़ी उपलब्धियों में से एक है। यह ऐसा पल है जिसके लिए हर एथलीट खेलता है और मैं फेड कप हर्ट अवॉर्ड जीतने पर बेहद खुश हूं।’’
 
सानिया ने कहा,‘‘मैं भविष्य में देश को और गौरव दिलाने की कोशिश करूंगी। मैं इस अवार्ड में मिली राशि को तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करती हूं ताकि कोरोना वायरस के संकट से गुजर रहे मुश्किल समय में कुछ मदद की जा सके।’’ इस अवार्ड में हर वर्ग में विजेता को 2000 डॉलर दिए गए। इस अवार्ड के लिए एशिया/ओसनिया क्षेत्र से सानिया का मुकाबला इंडोनेशिया की 16 वर्षीय प्रिस्का मेडलिन नुगरोहो से था जिसमें सानिया विजेता बनीं। यूरोप/अफ्रीका क्षेत्र से एस्तोनिया की एनेट कोंटावेट और लक्जमबर्ग की एलिओनोरा मोलीनारो में मुकाबला था तथा विजेता बनने का गौरव कोंटावेट को मिला।अमेरिका क्षेत्र से मैक्सिको की फर्नांडो कोंट्रेरास गोमेज और पराग्वे की वेरोनिका केपेडे रोइग के बीच मुकाबला था और गोमेज विजेता बनीं।