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Posted at: Jan 21 2021 12:41AM
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रद्धा के प्रकटीकरण को अपना कर्तव्य बताया और कहा कि इससे जनसेवा की प्रेरणा मिलती है। कुमार ने बुधवार को यहां गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 354वें प्रकाश गुरु पर्व पर तख्त श्रीहरमंदिर साहिब में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘आज जो कार्यक्रम चल रहा है, उसमें शामिल होकर हमने अपनी श्रद्धा प्रकट की है। हमलोग अपनी श्रद्धा और सम्मान प्रकट करने हर वर्ष यहां आते हैं।
यहां आकर मन को प्रसन्नता होती है। हमलोगों की जो श्रद्धा है उसको प्रकट करना हमारा कर्तव्य है। इससे जनसेवा करने की प्रेरणा मिलती है। हमलोगों के लिये यह गौरव की बात है कि गुरू गोविंद सिंह जी महाराज का यहां जन्म हुआ था। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आकर अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जानते हैं कि वर्ष 2017 में 350वें प्रकाश पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आये थे। उसके बाद से यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस बार कोरोना है इसलिए कार्यक्रम को सीमित रखा गया है, फिर भी देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु तख्त हरमंदिर गुरु गोविंद सिंह जी की जन्मस्थली में दर्शन करने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विशेष स्थल है। गुरू नानक देव जी राजगीर आये थे, वहां शीतल कुंड है और वहां पर भी गुरूद्वारे का निर्माण हो रहा है।
इस अवसर पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य उदयकांत मिश्र, अध्यक्ष तख्त हरमंदिर प्रबंधक समिति सरदार अवतार सिंह हित, शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति, अमृतसर की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर, पूर्व सांसद आनंदपुर साहिब सरदार प्रेम सिंह चंदू माजरा, गौहर-ए-मस्कीन तख्त पटना साहिब जत्थेदार रंजीत सिंह, बाबा कश्मीर सिंह जी भूरीवाले, छोटे बाबा सुखबिंदर सिंह, पूर्व मुख्य सचिव बिहार, सरदार जी. एस. कंग, महासचिव तख्त श्रीहरमंदिर पटना साहिब सरदार महेन्द्र पाल सिंह ढिल्लो, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा एवं अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वैशाली की जिलाधिकारी उदिता सिंह, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, वरीय अधिकारी, सिख संगत, सेवादार एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।