देश
Posted at: Jan 28 2021 12:02AM
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता वाहिद उर रहमान पारा का केंद्र सरकार द्वारा किया गया उत्पीड़न मौजूदा समय में कश्मीर के नेताओं की स्थिति का परिचायक है। महबूबा ने कहा कि अब आखिरी उम्मीद न्याय प्रणाली पर ही टिकी है। उन्होंने कहा कि एक ओर प्रदेश के लोग भारतीय संविधान में विश्वास करने के कारण कश्मीरी राजनेताओं को नापसंद करते हैं, तो दूसरी ओर केंद्र सरकार अपनी बात नहीं मानने के कारण दंडित करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार द्वारा वाहिद का उत्पीड़न उस स्थिति का परिचायक है जिसमें कश्मीरी राजनेता आज खुद को पाते हैं। एक ओर भारतीय संविधान में उनके विश्वास के लिए प्रदेश में लोगों द्वारा नापसंद किया जाता है, तो दूसरी ओर उनकी नहीं मानने की वजह से भारत सरकार द्वारा दंडित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि पारा को जिला विकास परिषद चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘वाहिद ने युवा अवस्था में राजनीति शुरू की थी। हमारी उम्मीद अब न्याय प्रणाली पर है और उम्मीद है कि सत्य तथा इंसाफ की जीत होगी।’’
उल्लेखनीय है कि पारा को डीडीसी चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के पांच दिन बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पुलवामा से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उनके परिजनों तथा समर्थकों ने चुनाव प्रचार किया और पारा ने डीडीसी चुनाव में जीत हासिल की।