Friday, 29 March, 2024
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टीएमसी राज्य सचिव से मिले राजीब बनर्जी, मीटिंग के बाद बोले- अभी भी बीजेपी में हूं

Posted at: Jun 12 2021 8:33PM
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कोलकाता. मुकुल रॉय की बीजेपी से टीएमसी में वापसी के बाद बीजेपी नेता राजीब बनर्जी शनिवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के राज्य सचिव कुणाल घोष के आवास पर मिलने पहुंचे. मुलाकात के बाद टीएमसी नेता कुणाल घोष ने राजीब बनर्जी के साथ मुलाकात को औपचारिक बताया. 

उधर, राजीब बनर्जी ने कहा कि मैं औपचारिक मुलाकात के लिए आया था, इसमें कोई राजनीति नहीं है. टीएमसी ज्वॉइन करने के सवालों पर राजीब बनर्जी ने कहा कि मैं अभी भी बीजेपी में हूं. फेसबुक पर लिखी गई पोस्ट के बारे में राजीब बनर्जी से पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे जो सही लगा, मैंने लिखा. ये वो चीजें थीं, जो मुझे पसंद नहीं आईं और मैंने उनके बारे में लिखा."

उधर, मुकुल रॉय के टीएमसी में वापस लौटने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वे लोग जो एक ऐसी पार्टी से आए थे, जहां कट मनी और सिंडिकेट का राज चलता है, उनके लिए बीजेपी में रहना मुश्किल है. उनके बीजेपी छोड़कर जाने से कोई असर नहीं पड़ेगा. 

पार्टी के लिए नो प्रॉफिट नो लॉस की स्थिति है. मुकुल रॉय के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के पहले ही बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. बीजेपी के राज्य महासचिव सायंतन बोस ने कहा कि आठ जून को एक अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति बनाई गयी है, जो कुछ नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर की गयी पार्टी विरोधी टिप्पणियों का संज्ञान लेगी.

बता दें कि मुकुल रॉय ने शुक्रवार को बीजेपी को जोरदार झटका देते हुए अपने पुत्र शुभ्रांशु के साथ अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में वापस ज्वॉइन कर ली. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य की सत्ताधारी पार्टी के अन्य नेताओं ने वापसी पर उनका स्वागत किया. पार्टी में औपचारिक रूप से फिर से शामिल होने के पहले मुकुल रॉय ने तृणमूल भवन में ममता बनर्जी के साथ मुलाकात की.

तृणमूल के संस्थापकों में शामिल रॉय ने कहा कि वह 'सभी परिचित चेहरों को फिर से देखकर खुश हैं.' रॉय के पार्टी में शामिल होने के बाद तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि रॉय को बीजेपी में धमकी दी गई थी और उन्हें प्रताड़ित किया गया, जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ा. मुख्यमंत्री ने कहा, 'मुकुल की वापसी साबित करती है कि बीजेपी किसी को भी चैन से नहीं रहने देती और सब पर अनुचित दबाव डालती है.'