बिज़नेस
Posted at: Jul 28 2024 9:08PM
पुणे। उपभोक्ता और एमएसएमई क्षेत्र को वित्त प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने वाली अग्रणी नॉन डिपॉझिट एग्रीगेटर एनबीएफसी, पूनावाला फिनकॉर्प लिमिटेड के निदेशक मंडल ने 30 जून 2024 को समाप्त पहली तिमाही के लिए अपने अलेखापरीक्षित वित्तीय परिणामों की घोषणा की है । कंपनी ने अपने एयूएम और मुनाफे में लगातार वृद्धि बरकरार रखी है । साथ ही इस तिमाही में परिसंपत्तियों की गुणवत्ता बरकरार रखते हुए अधिक ग्राहकों के साथ लेनदेन की मात्रा भी बढ़ी है ।
प्रदर्शन की मुख्य बातें-पहली तिमाही वित्त वर्ष 25:
संपत्ति:
• प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) 26,972 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो सालाना आधार पर 52 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 8 प्रतिशत से बढी है ।
• एयूएम के संदर्भ में, 35 प्रतिशत वित्तसहाय्यता एमएसएमई क्षेत्र को दि गयी और 28 प्रतिशत वित्तसहाय्यता व्यक्तिगत और उपभोक्ता क्षेत्र को दि गयी है । संपत्ति के आधार पर 17 प्रतिशत ऋण और स्वयं के स्वामित्व वाली कार के लिए 14 प्रतिशत ऋण इसमे शामिल है ।
संपत्ति की गुणवत्ता:
• सकल एनपीए 0.67 प्रतिशत रहा, जो सालाना आधार पर 75 अंक और तिमाही दर तिमाही 49 अंकसे कम हो गया है ।
• शुद्ध एनपीए 0.32 प्रतिशत रहा, जो सालाना आधार पर 44 अंक और तिमाही दर तिमाही 27 अंकसे कम हो गया है ।
• प्रावधान कवरेज अनुपात 52.53 फीसदी पर आ गया है.
लाभ:
• वर्तमान लाभ (पीपीओपी) 432 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो सालाना आधार पर 47 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है ।
• करपश्चात लाभ (पीएटी) 292 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो साल-दर-साल आधार पर 46 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है ।
• संपत्ति पर रिटर्न (आरओए) 4.62 प्रतिशत दर्ज किया गया है ।
• शुद्ध ब्याज आय (फीस और अन्य आय सहित) सालाना आधार पर 42 प्रतिशत और तिमाही दर तिमाही आधार पर 5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 676 करोड़ रुपये तक पहुंच गई ।
• पूंजी पर्याप्तता अनुपात 31.57 प्रतिशत है. इसका टियर वन अनुपात 30.09 प्रतिशत है और कंपनी का अनुपात नियामक द्वारा निर्धारित 15 प्रतिशत स्तर से अधिक है ।
• कैश बैलेंस 5192 करोड़ रुपये है.
पूनावाला फिनकॉप के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री अरविंद कपिल ने कंपनी के तिमाही प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा, “उत्पादकता, पूर्वानुमेयता और स्थिरता सभी व्यवसायों के लिए हमारी मौलिक मार्गदर्शक विचारधारा होगी । हम मुख्य रूप से धन संकलन, प्रौद्योगिकी और नए व्यापार में भारी निवेश करके इस विचारधारा को वास्तविकता बनाना चाहते हैं । इससे हमें मजबूत जोखिम प्रबंधन और सही उत्पाद मिश्रण के साथ चरणबद्ध और निरंतर प्रक्रिया के माध्यम से रिटेल फ्रेंचाइजी बनाने में मदद मिलेगी” ।