Tuesday, 16 April, 2024
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चेपौक पिच पर बोले वार्नर, आश्चर्यजनक, लेकिन क्यूरेटर्स की गलती नहीं

Posted at: Apr 23 2021 1:27PM
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चेन्नई। पंजाब किंग्स के खिलाफ यहां बुधवार को चेपौक मैदान पर अपने चौथे मैच में पहली जीत के बाद सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान ने कहा कि चेपौक पिच काफी चौंका देने वाली थी, लेकिन इसमें क्यूरेटर्स की कोई गलती नहीं है।

वार्नर ने मैच समाप्ति के बाद कहा, ‘‘सच कहूं तो पिच बहुत चौंका देने वाली थी। यह टीवी पर खतरनाक लग रही थी, लेकिन आपको क्यूरेटर्स को श्रेय देना होगा। उनके पास यहां काफी क्रिकेट होता है, इसलिए उनके लिए यह विकेट बनाना बहुत मुश्किल होता है। जब से मैंने चेन्नई में खेलना शुरू किया है यह पिच हमेशा से ऐसी रही है, लेकिन उनके लिए यह बहुत मुश्किल होता है। अगर यह विकेट इस तरीके का है तो इसमें क्यूरेटर्स की गलती नहीं है। आप भारत की इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज को ही ले लीजिए, जहां हमने एकदम ऐसी ही पिच पर कई मुकाबले खेले, इसलिए क्यूरेटर्स को बहुत मुश्किल काम मिला है। खिलाड़ी के तौर पर हम जानते हैं कि हमें क्या करना है, हमारे पास कोई बहाना नहीं है। यह आदर्श नहीं है, लेकिन आखिरकार हम वहां जाने और इन विकेटों पर खेलने के लिए आभारी हैं, क्योंकि यह क्यूरेटर्स के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण है, उनके पास आराम करने का समय नहीं है। हमें पेशेवर और अनुकूल बनना होगा।’’

वार्नर ने बाएं हाथ के युवा स्पिन गेंदबाज अभिषेक शर्मा के साथ नई गेंद के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करने को लेकर कहा, ‘‘इस बारे में कोई विचार नहीं किया गया था। हम 30 गज के सर्कल में खड़े थे और मैंने अचानक अभिषेक से कहा कि आप पहला ओवर कर रहे हैं। बस मुझे ऐसा लगा कि उन्हें ओवर देना चाहिए, क्योंकि वे हाल ही में वानखेड़े से खेल कर आए और वहां का विकेट अच्छा है, इसलिए मैंने सोचा कि एक बार उनका उपयोग करके देखना चाहिए कि वह यहां कैसी गेंदबाजी करते हैं। पंजाब किंग्स के शीर्ष क्रम के दोनों बल्लेबाजों को नई गेंद पर गति पसंद है, इसलिए मैंने सोचा कि मैं अभिषेक को लेकर आऊंगा और हमने पहले ही ओवर में एक विकेट ले लिया।’’

इस दौरान वार्नर ने तेज गेंदबाज टी नटराजन के लंबे समय तक बाहर रहने का भी संकेत दिया। उल्लेखनीय है कि घुटने में चोट लगने के कारण नटराजन आखिरी दो मुकाबलों से बाहर रहे थे और उनकी जगह खलील अहमद को टीम में शामिल किया गया है। वार्नर ने कहा कि बायो-बबल की परिस्थितियों को देखते हुए अगर वह स्कैन के लिए जाते हैं तो उन्हें निश्चित रूप से सात दिन के लिए बाहर बैठना होगा और वापस क्वारंटीन में रहना होगा।