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Posted at: Sep 13 2021 12:26AM
नई दिल्ली। दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में ऑप्टिकल फाइबर लाइन डालने का काम कर रही जिलो डिजीटल और एयरटेल कंपनी के वेंडर पर बीस-बीस लाख रुपये का जुर्माना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इसलिए लगा दिया है कि उसने लाइन डालने के दौरान ग्रेटर नोएडा की कई सडक़े खोद कर क्षतिग्रस्त कर दी और फिर उनकी मरम्मत कराना भूला गया। जुर्माने के साथ साथ लाइन डालने पर तत्काल रोक लगा दी है। सडक़ें टूटने से निवासियों को बहुत परेशानी हो रही थी।
मालूम हो कि ग्रेनो में एयरटेल और जियो डिजिटल कंपनी ऑप्टिकल फाइबर लाइन डाल रही है। जियो डिजिटल फाइबर कंपनी सेक्टर बीटा वन व टू में फाइबर लाइन डाल रही थी। इससे सडक़ क्षतिग्रस्त हो गई। इसके चलते प्राधिकरण की तरफ से दी जाने वाली अन्य सर्विसेज भी क्षतिग्रस्त हो गईं। लोगों ने इसकी प्राधिकरण से शिकायत की थी। कंपनी मरम्मत भी नहीं करा रही थी। इस पर प्राधिकरण के वाणिज्यिक विभाग ने जियो डिजिटल कंपनी पर 20 लाख का जुर्माना लगाया है। वहीं एयरटेल की वेंडर मैसर्स टेलिसोनिक नेटवर्क लिमिटेड भी सेक्टर बीटा वन व टू में लाइन डाल रही थी। इसके चलते रोड क्षतिग्रस्त हो गई। अन्य सेवाएं भी बाधित हो गई थीं।
प्राधिकरण ने मैसर्स टेलीसोनिक नेटवर्क पर भी 20 लाख का जुर्माना लगाया है। दोनों कंपनियों से 15 दिन में जुर्माने की रकम प्राधिकरण के खाते में जमा कराने को कहा गया है। साथ ही, दोनों कंपनियों पर अगले आदेश तक फाइबर लाइन डालने पर तत्काल रोक लगा दी है। इस रोक के बाद दोनों ही कंपनियों के अधिकारियों ने प्राधिकरण के अधिकारियों से सम्पर्क साधा और सडक़े जल्द दुरूस्त कराने का आश्वासन दिया लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों ने साफ कहा है कि जब तक सडक़े ठीक नहीं होगी काम शुरू नहीं होगा। अगर हुआ तो फिर और भारी जुर्माना भरने के लिए तैयार रहे।