Saturday, 15 February, 2025
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कांग्रेस ने कोचिंग सेंटर की घटना को बताया अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण

Posted at: Jul 28 2024 8:35PM
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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा ने राष्ट्रीय राजधानी के पटेल नगर में आईएएस बनने का सपना लेकर कोचिंग कर रही तीन छात्राओं की कोचिंग सेंटर में पानी भरने से मृत्यु को आपराधिक लापरवाही बताते हुए इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि इसकी जिम्मेदारी तय कर दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए। खडगे ने कहा, “राजधानी दिल्ली में सरकार व प्रशासन की आपराधिक लापरवाही के चलते आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन युवाओं की ज़िंदगी चले जाना बेहद दुःखद है। उनके परिवारजनों को हमारी गहरी संवेदनाएँ। इससे पहले पटेल नगर में जलभराव के कारण, करंट लग जाने से एक अन्य यूपीएससी अभ्यर्थी की जान चली गई। ख़बरों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में आठ लोग की जान करंट लगने से गयी है।”

उन्होंने कहा, “दिल्ली को कांग्रेस ने अंतरराष्ट्रीश् स्तर का शहर बनाया था। आज भारत की राजधानी उदासीनता का दंश झेल रही है। आये दिन हादसे होते रहते हैं। देश की राजधानी में इस तरह का हादसा होना हम सभी के लिए अत्यंत चिंता की बात है। हमें हमारी राजधानी को बेहतर बनाना होगा ताकि हमारे नागरिक सुरक्षित रहें और यहाँ रहने व आनेवालों को ये भरोसा हो कि देश की राजधानी में उनकी उपेक्षा नहीं होगी।”
 
गांधी ने कहा, “दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मृत्यु हुई थी। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इन्फ्रास्ट्रक्चर का ये कोलैप्स सिस्टम की संयुक्त असफलता है।असुरक्षित निर्माण, लचर टाऊन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैरजवाबदेही की कीमत आम नागरिक अपना जीवन गंवा कर चुका रहा है। सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है।”वाड्रा ने कहा, “दिल्ली के एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मृत्यु की घटना हृदयविदारक है। दिवंगत आत्माओं एवं शोकाकुल परिजनों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं। हाल ही में पटेल नगर में एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई थी। यह लापरवाही और अव्यवस्था की पराकाष्ठा है कि जो बच्चे दूर-दूर से यहां अपने सपने पूरे करने के लिए आते हैं, उनकी जिंदगी भी उनसे छिन रही है।” उन्होंने कहा, “यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना है। इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और सबसे जरूरी है कि जिन इलाकों में प्रतियोगी छात्र रहते हैं, वहां से हर वो निर्माण, हर गतिविधि जो अवैध और जानलेवा है, उसे दुरुस्त करना चाहिए।”